Tuesday 14 April 2020

"दिल्ली महिला आयोग" DCW को रिपोर्ट किए गए अपराधों में लॉकडाउन के दौरान गिरावट देखी गई।

14 अप्रैल 2020

नरेन्द्र कुमार


नई दिल्ली: दिल्ली महिला आयोग अपनी महिला हेल्पलाइन और रेप क्राइसिस सेल के माध्यम से लॉकडाउन के दौरान 24×7 काम कर रहा है। दिल्ली महिला आयोग को लॉकडाउन के दौरान प्रति दिन लगभग 1400 कॉल प्राप्त हो रहे हैं। महिला पंचायत की टीमें राशन पाने में महिलाओं और उनके परिवारों की मदद कर रही हैं, खासकर जेजे क्लस्टर क्षेत्रों में।दिल्ली महिला आयोग की हेल्पलाइन 181 को औसतन प्रतिदिन 1500 -1800 कॉल मिलती है। लॉकडाउन के दौरान, आयोग को 26 मार्च से 31 मार्च के बीच अत्यधिक कॉल मात्रा प्राप्त हुई। आयोग को 27 मार्च को 4,341 कॉल, 28 मार्च को 5522 कॉल और 29 और 30 मार्च को 3,000 से अधिक कॉल मिलीं, 1 अप्रैल के बाद, आयोग को प्रति दिन लगभग 1300 से 1500 कॉल प्राप्त हो रहे हैं।

26 मार्च से 31 मार्च तक, आयोग को आई कॉल में सबसे अधिक लॉकडाउन के बारे में भ्रांतियों से जुड़ी कॉल थीं। दिल्ली महिला आयोग ने सभी शिकायतकर्ताओं को लॉक डाउन से जुड़ी जानकारी उपलब्ध करा उन्हें इसके महत्त्व के बारे में भी अवगत करा रहा है।

आयोग की 181 महिला हेल्पलाइन द्वारा प्राप्त कॉल के विश्लेषण पर यह देखा गया है कि हेल्पलाइन पर घरेलू हिंसा के मामलों में कोई बढ़ोतरी नहीं हुई है। इसके विपरीत, आयोग को सूचित किए गए मामलों की संख्या में कमी आई है। हालांकि इस आंकलन से कोई निश्चित निष्कर्ष नहीं निकाला जा सकता है। क्योंकि यह माना जा सकता है कि पीड़िता डर या अपराधी से दूर जाकर शिकायत दर्ज करने में अक्षमता के कारण अपराधों को रिपोर्ट करने में संकोच कर सकते हैं।

हालांकि, छेड़छाड़, यौन उत्पीड़न, पीछा करने आदि के मामलों में भारी गिरावट देखी गयी है। आयोग को 12 मार्च और 24 मार्च के बीच प्रति दिन छेड़छाड़ से संबंधित औसतन 6 शिकायतें मिलीं। लॉक डाउन के दौरान  यह संख्या औसतन 2-3 शिकायत  प्रतिदिन हो गई है। इस श्रेणी की शिकायतों की संख्या में यह 66% की गिरावट है। रेप के मामलों में भी लगभग 71% की कमी देखी गयी है। आयोग को आम दिनों में जहां प्रतिदिन औसतन 3-4 शिकायतें प्राप्त होती थीं वो संख्या अब प्रति दिन अधिकतम 1-2 शिकायतों पर आ गयी है। आयोग को बताए गए अपहरण के मामलों में भी 90% से अधिक की गिरावट देखी गई है। हालांकि, यह चिंताजनक है कि लॉकडाउन के दौरान भी आयोग को महिला ओं के खिलाफ हिंसा के कुछ मामले प्राप्त हो रहे हैं, जिनमें रेप, POCSO, घरेलू हिंसा और साइबर अपराध के मामले शामिल हैं।

DCW अध्यक्षा स्वाति मालीवाल ने कहा, "हालांकि कोरोना वायरस के प्रकोप के कारण राजधानी में अपराधों की संख्या में गिरावट आई है। यह व्यथित करने वाला है कि ऐसे दुखद समय में भी जब पूरा देश लॉक डाउन में है और कोरोना के खिलाफ लड़ रहा है, महिलाओं और लड़कियों के साथ बलात्कार, घरेलू हिंसा और अन्य के खिलाफ अपराध अभी भी हो रहे हैं। हम अपनी टीम और दिल्ली पुलिस की मदद से सभी रिपोर्ट किए गए मामलों पर काम कर रहे हैं। मैं लोगों से भी अपील करता हूं कि इस मुश्किल की घड़ी में मानवता दिखाएं"

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