Thursday 30 April 2020

NDMC ने कोरोना वायरस संक्रमण (COVID -19) के इलाज के लिए अपने सभी संविदा और आरएमआर कर्मचारियों को चिकित्सा सुविधा के खर्चों की प्रतिपूर्ति देने की घोषणा की।

30 अप्रैल 2020

नरेन्द्र कुमार


नई दिल्ली: ‌कोरोना वायरस महामारी (Covid -19) के मद्देनजर, नई दिल्ली नगरपालिका परिषद (NDMC) ने सभी संविदात्मक, आरएमआर कर्मचारियों के कल्याण के उद्देश्यों के लिये काम करने वाले ऐसे कर्मचारी और उनके आश्रित परिवार के सदस्यों के लिए एक  ऐसी चिकित्सा सुविधा की घोषणा की है। जिसके अंतर्गत आने वाले सभी खर्चों की प्रतिपूर्ति पालिका परिषद द्वारा की जाएगी।पालिका परिषद द्वारा यह मेडिकल सुविधा इन अनुबंधित और आरएमआर कर्मचारियों के लिये तत्काल प्रभाव से लागू हो जाएगी और केवल COVID -19 संक्रमण के उपचार के लिए तीन महीने की अवधि के लिए लाभ अगले आदेश तक देती रहेगी।

 इस NDMC चिकित्सा सुविधा के तहत, मेडिकल खर्चों को COVID -19 संक्रमण के मामले में NDMC के संविदात्मक, RMRs कर्मचारियों को खुद उनके उपचार या उनके आश्रित परिवार के किसी सदस्य के उपचार पर हुए सभी खर्चों को उनके खाते में प्रतिपूर्ति की जाएगी।

NDMC की इस चिकित्सा सुविधा में किसी भी अधिकृत अस्पताल, प्रयोगशाला में परीक्षण पर सभी व्यय, साथ ही भारत सरकार या दिल्ली सरकार  द्वारा अधिसूचित किसी भी अधिकृत सरकारी, निजी अस्पतालों से उपचार पर किया गया व्यय और उपचार के दौरान दवाइयों की खरीद पर होने वाले व्यय भी प्रतिपूर्ति दावें के लिये मान्य होंगें।

पालिका परिषद द्वारा पहले से जारी लिबरलाइज्ड मेडिकल हेल्थ स्कीम के अंतर्गत मान्य  किए गए अस्पतालों से उपचार के मामले में, ऐसे संबद्ध अस्पताल, लैब्स, डायग्नोस्टिक सेंटर पर ऐसे कर्मचारियों और उनके आश्रित परिवार के सदस्यों को वैध आईडी या NDMC द्वारा जारी किया गए प्रमाण पत्र के प्रस्तुत करने पर COVID -19 संक्रमण के उपचार के लिए CGHS दरों पर शुल्क लिया जाएगा।

COVID -19 पर CGHS, AIIMS के निर्धारित, अधिसूचित प्रावधानों के अनुसार पालिका परिषद के लेखा विभाग के माध्यम से इन सभी खर्चों की प्रतिपूर्ति की जाएगी। इसके लिये उपचार समाप्त होने के बाद, संविदा, आरएमआर कर्मचारी निर्धारित प्रारूप में भरे बिल को विधिवत अपने कल्याण विभाग, संबंधित कार्मिक शाखाओं के माध्यम से प्रस्तुत करेंगे, जो परिवार के सदस्यों के विवरण को सत्यापित करेंगे और अंतिम भुगतान के लिए बिल विभाग को भेजेंगे। 

पालिका परिषद द्वारा यह कल्याणकारी मेडिकल सुविधा शुरू में तीन महीने की अवधि के लिए लागू की जा रही है जिसे आगे की स्थिति के आधार पर बढ़ाया भी जा सकता है।

Wednesday 29 April 2020

COVID-19 महामारी के आपदा के इस दौर में मुझे मेरे परिवार से ज्यादा जनपद बागेश्वरवासियों की चिंता है: भूपेश उपाध्याय।

29 अप्रैल 2020


नरेन्द्र कुमार


नई दिल्ली: वैश्विक महामारी कोरोना के इस दौर में पूरा विश्व घर के अंदर रहकर और सरकार द्वारा बताए नियमों के पालन कर रहा है वहीं कुछ ऐसे कोरोना वॉरियर्स भी आगे आ रहे हैं जो अपने घर-परिवार की चिंता छोड़ अपनी शक्ति से समाज की सेवा में डटे हुए हैं। ऐसे ही एक कोरोना वारियर्स हैं जनपद बागेश्वर के भूपेश उपाध्याय। जो अपनी संस्था होप इंडिया फांउडेशन की मदद से जनपद बागेश्वर में घर-घर करीब 50 हजार मास्क और हजारों सेनिटाइनजर बांट रहे हैं।
विपदा के इस समय भूपेश उपाध्याय अपने परिवार को देहरादून में बे-सहारा छोड़ कर अपनी कर्मभूमि बागेश्वर-कपकोट में डटे हुए हैं। जरुरतमंदों को अपने पैसों से राशन आदि पहुंचा रहे हैं। वह अपनी संस्था और अपने निजी प्रयासों से कपकोट के घर-घर में मास्क वितरण कर रहे हैं। इतना ही नहीं सरकारी अधिकारियों, पुलिस वालों, बैंकों में काम करने वाले कर्मचारी भी उनसे लगातार सम्पर्क कर मास्क और सेनिटाइनजर की मांग कर रहे हैं।
कपकोट विधानसभा के ग्राम पंचायत भद्रकाली के प्रधान तनुजा बताते हैं कि हमारे गांव में मास्क का वितरण भूपेश उपाध्याय की संस्था होप इंडिया फाउंडेशन की मदद से किया गया। वहीं बिलौना गांववासियों ने भी होप इंडिया से संपर्क कर अपने गांव में घर-घर जाकर मास्क का वितरण काम पूरा कर लिया है। यहां तक विधानसभा कपकोट के सबसे दूर दानपुर क्षेत्र में भी भूपेश उपाध्याय अपनी टीम के साथी सुंदर दानू और उनके सहयोगियों की मदद से मास्क और सेनिटाइजर बांट चुके हैं। वहीं, प्रंद्रपाली, हलवाड़, पुरकोट, छौना और बालीघाट गांव वाले भी होप इंडिया फांउडेशन से मास्क लेकर लगातार बांट रहे हैं। भूपेश उपाध्याय का कहना है। मैं अपने परिवर को दून में छोड़ जनपद में सेवा भाव से काम कर रहा हूं। आपदा के इस समय राजनीति नहीं होनी चाहिए। मैं निस्वार्थ भाव से कपकोट, कांडा, दुननागरी, दानपुर समेत पूरे जनपद में अपनी संस्था होप इंडिया फांउडेशन और साथियों की मदद से मास्क और सेनिटाइनजर बांट रहा था। हम सरकार के नियमों और सामाजिक दूरी का पालन करते हुए अपने काम में लगे हुए थे। मगर कुछ राजनीतिक महत्वाकांक्षी लोगों ने प्रशासन का गलत इस्तेमाल कर हमको रोकने का प्रयास किया। फिर हमारे साथियों ने एक टीम बनाकर अपने-अपने क्षेत्रों में इसका वितरण किया है।
जरूरतमत लोगों को मैं अपने पैसों से राशन आदि भी भिजवा रहा हूं। हम जनपद में करीब 50 हजार मास्क और 30 हजार सेनिटाइजर बांट रहे हैं। जरुरत पड़ी और भी व्यवस्था की जाएगी। आपदा की इस घड़ी में भूपेश उपाध्याय अपने क्षेत्रवासियों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर चल रहा है और आगे भी चलता रहेगा। समाज सेवक भूपेश उपाध्याय कहते हैं कि आपदा के इस समय मुझे मेरे परिवार से ज्यादा जनपद बागेश्वर और कपकोट की चिंता है क्योंकि यहां का प्रत्येक व्यक्ति मेरा परिवार है।

Tuesday 28 April 2020

चरक पालिका अस्पताल के NDMC फ्लू कॉर्नर में एक पखवाड़े के अंतर्गत 355 रोगियों की जाँच की गई।

28 अप्रैल 2020

नरेन्द्र कुमार


नई दिल्ली: कोरोना वायरस (COVID -19) महामारी के प्रकोप के मद्देनजर , नई दिल्ली नगरपालिका परिषद (NDMC) ने नई दिल्ली के मोती बाग स्थित चरक पालिका अस्पताल (CPH) में चौबीसों घण्टे चलने वाले विशेष फ्लू कार्नर की जो शुरुआत की थी, उसमें एक पखवाड़े के अंतर्गत अब तक 355 ऐसे रोगियों की जाँच की गयी,जिन्हें इन्फ्लुएंजा लाइक इलनेस (ILI) के लक्षण थे। यह लक्षण कोरोना वायरस ( covid -19 ) का एक अनिवार्य संकेतक भी होता है।
पालिका परिषद द्वारा स्थापित इस फ्लू कॉर्नर में  जांच किये गए कुल 355 रोगियों में से 12 रोगी श्वसन संक्रमण के पाए गए और 53 रोगी सात दिनों से कम समय से बुखार से संबंधित भी पाए गए। ये लक्षण कोरोना वायरस (covid -19) के अनिवार्य संकेतक भी होते हैं। हालाँकि OPD में कुल बाहरी रोगियों की (आउट पेशेंट) की संख्या 2861 थी लेकिन उनमे से फ्लू कार्नर में केवल 355 मरीजों की जांच की गई, उनमें ही बुखार से संबंधित ये लक्षण पाए गए।
पहली बार दिल्ली में स्वास्थ्य सेवा प्रदाता (हेल्थ केयर प्रोवाइडर - HCP) और रोगी के बीच कांच की दीवार के एक आवरण के साथ यह फ़्लू कॉर्नर स्वास्थ्य सेवा प्रदाताओं (डॉक्टरों और अन्य चिकित्सा कर्मचारियों) को संक्रमण से सुरक्षा प्रदान करता है, जबकि  इसके लिये व्यक्तिगत सुरक्षा उपकरण (PPE) का उपयोग किया जाता है।
COVID-19 महामारी की पृष्ठभूमि में, यह फ्लू कार्नर स्वास्थ्य सेवा प्रदाताओं को संक्रमण के जोखिम में डाले बिना रोगियों की जांच करने की एक बेहतर और सुरक्षित सुविधा प्रदान करता है। यह फ्लू कार्नर डिजाइन में एक ग्लास विभाजन दीवार के साथ कैनवास से बनी एक अस्थायी संरचना है। जिसमे बातचीत के लिये माइक्रोफ़ोन सुविधा के साथ एक ग्लास विभाजन दीवार स्वास्थ्य सेवा प्रदाता के साथ रोगी से संपर्क के समय संक्रमण से  प्रभावी सुरक्षा प्रदान करती है।
पालिका परिषद के इस फ्लू कॉर्नर का निर्माण एक ऐसे खुले क्षेत्र में किया गया है, जो मुख्य चरक पालिका अस्पताल से दूर लेकिन उसी के परिसर में है और इसे यहां चौबीसों घण्टे ( 24x7 ) चलाया जा रहा है। 

इस फ्लू कॉर्नर पर एक सीसीटीवी कैमरा लगाया गया है,  जिससे यह फ्लू कार्नर  स्मार्ट सिटी मिशन के तहत सेंट्रल कंट्रोल एंड कमांड सेंटर (CCC) से भी जुड़ा हुआ है।

Friday 24 April 2020

लॉकडाउन के दौरान दिल्ली पुलिस पीसीआर के पुलिस कर्मियों ने संदिग्ध कार में से (2976) क्वार्टर के साथ अवैध शराब बरामद की गई।

25 अप्रैल 2020

नरेन्द्र कुमार


नई दिल्ली: डीसीपी शरत कुमार सिन्हा, PCR कंट्रोल रूम से मिली जानकारी, 23 अप्रैल 2020 को लगभग रात,11 बजे, पीसीआर मोबाइल पेट्रोल वैन के पुलिसकर्मी हैडकांस्टेबल रमेश, कांस्टेबल विकाश और कांस्टेबल ड्राइवर परवीन, दिल्ली झारोदा गाँव, के नाला के पास ड्यूटी के दौरान गश्त कर रही थे।
पीसीआर स्टाफ ने देखा कि एक कार सं DL-3C-AK-3983 झारोदा नाला रोड पर तेज गति से संदिग्ध तरीके से चलती आ रही है। संदेह होने पर, मोबाइल पेट्रोल वैन के पुलिस कर्मियों ने उस संदिग्ध कार को रुकने के लिए संकेत दिया लेकिन संदिग्ध चालक ने यू-टर्न लिया और भागने की कोशिश में अपनी कार को और तेज कर दिया।

मोबाइल पेट्रोल वैन के स्टाफ ने तुरन्त कार्रवाई करते हुए। संदिग्ध कार का पीछा किया और उसे रोकने की कोशिश की लेकिन ड्राइवर ने कार को झरोदा गांव के पास छोड़कर और अंधेरे का फायदा उठाकर खेतों में भागने में कामयाब रहा। मोबाइल पेट्रोल वैन के पुलिस कर्मियों ने परित्यक्त कार की जाँच की और 62 कार्टन में 2976 क्वार्टर अवैध शराब (इम्पैक्ट वाइन) बरामद की गई। मोबाइल पेट्रोल वैन के स्टाफ ने एक सेल्फ कॉल किया। पुलिस स्टेशन बाबा हरिदास नगर की स्थानीय पुलिस भी मौके पर पहुँची। कार के साथ बरामद अवैध शराब को स्थानीय पुलिस को सौंप दिया गया। मामला पुलिस स्टेशन बाबा हरिदास नगर में पंजीकृत किया गया।

झांसी की रानी की तरह कोरोना महामारी के इस दौर में अपना फर्ज निभा रही है। देहरादून सिटी एस.पी.श्वेता चौबे,

25 अप्रैल 2020

नरेन्द्र कुमार


नई दिल्ली: हमने बचपन में एक झांसी की रानी को पढ़ा होगा। कविता के ये शब्द हर जुबांन में आज भी हैं- बुंदेले हरबोलों के मुँह हमने सुनी कहानी थी,खूब लड़ी मर्दानी वह तो झाँसी वाली रानी थी। जी हां दोस्तों, अंग्रेजों से झांसी की रानी को लड़ते हुए मैंने तो स्वयं देखा नहीं लेकिन उत्तराखंड की वरिष्ठ पुलिस अधिकारी, देहरादून सिटी की एस.पी. श्वेता चौबे, कोरोना महामारी के इस दौर में तमाम तरह की जिम्मेदारी को ईमानदारी और मजबूती से निभा रही है। यही कारण है कि श्वेता चौबे का अधिकांश समय चुनौतीपूर्ण फील्ड के कामों में कटा है जबकि महिला पुलिस अधकारियों को बच्चों और परिवार की दोहरी जिम्मेदारी के चलते फील्ड वर्क का कम मौका मिल पाता है।
बचपन से मिलें हैं उनको ये संस्कार, खाकी से प्यार और खाकी वर्दी के माध्यम से जरूरतमंदों की सेवा का यह संस्कार श्वेता चौबे को बचपन से ही मिला है। बता दें कि श्वेता जी के पिताजी स्वयं एक आईएसएस अधिाकरी रहे हैं, इसी कारण श्वेता ने बचपन से घर का माहौल खाकीमय देखा और खाकी से कैसे किसी जरूरतमंद की मदद की जा सकती है यह बचपन से ही सीख लिया था। श्वेता चौबे के बारे में लिखने, उनकी जांबाजी के किस्से और उनके उत्कृष्ट कामों के उदाहरण देने के लिए बहुत कुछ हैं। उनकी यही कार्यप्रणाली जहां एक तरफ जनता के दिलों में उनके लिए जग बनाती है वहीं वो इन्हीं कारणों से अनेक लोगों की आंखों की किरकिरी भी सदैव बनी रहती हैं।
24 घंटे अलर्ट मोड पर काम कर रही है श्वेता चौबे इस समय हम बात करते हैं COVID-19, जिस कोरोना वायरस नामक महाप्रलय ने पूरे विश्व को हिला कर रखा हुआ है। इस बीमारी का आतंक इतना ज्यादा है कि आज दुनिया की 90 फीसदी आबादी लॉक डाउन का पालन करने को मजबूर है। किसी का इकलौता बेटा अगर बाहर घूम कर भी आया है तो मां-बाप कोरोना के खौफ से बेटे से दूरी बना कर रहने को मजबूर हैं। लोगों ने अपने घरों से काम करने वाले कर्मचारियों को हटा दिया है और इस दौर में स्वयं ही किचन से लेकर गार्डन तक काम में जुटे हुए हैं। हम भी स्वयं कोरोना के डर ना घर से बाहर जा रहे हैं और ना ही किसी बाहरी को अपने घर में आने दे रहे हैं।
कोरोना महामारी के इस दौर में देहरादून सिटी एस.पी.श्वेता चौबे अपना घर-परिवार, छोटे-छोटे बच्चों और 99 वर्ष की सास को घर पर छोड़कर 24 घंटे अलर्ट मोड पर डटी हुई है। श्वेता कभी सुबह 4 बजे तो कभी रात को 2 बजे तक सड़क पर जवानों का मनोबल बढ़ाने के लिए स्वयं मुस्तैद रहती हैं। आजकल कोरोना के चलते सरकारी नियम-विरूद्व आचरण करने पर जहां वो अत्यधिक सख्ती से पेश आ रही हैं वहीं दूसरी तरफ वो रोज ऐसे सैकड़ों लोगों के भोजन की व्यवस्था भी करवा रही हैं जिनके पास अब ना तो राशन बचा है और ना ही पैसे। 

श्वेता चौबे का अदांज सबसे निराला...हम हमेशा ही पुलिस वालों को कठोर समझते हैं। लेकिन श्वेता चौबे का अदांज उससे अलग है। वह नियम तोड़ने वाले सक्षम व्यक्ति से विन्रम होकर निवेदन करती हैं कि आप इतने गरीब लोगों को आज भोजन करवा दीजिए, या अपनी क्षमता अनुसार मास्क-सैनिटाइजर मंगवाकर वितरित कर दीजिए। देहरादून की इस एसपी सिटी श्वेता चौबे ने साबित कर दिया कि अगर दृढ़ इच्छाशक्ति हो तो किसी भी परिस्थिति में हर काम संभव है।
हमने इस बाबत एस.पी. सिटी श्वेता चौबे से फोन पर बात की तो उनका कहना है कि इस समय मैं अपना फर्ज निभा रही हूं। शासन-प्रशासन ने जो जिम्मेदारी मुझे दी है उसका निर्वहन करना मेरा फर्ज है। यहां देहरादून में राशन और खाने की जिम्मेदारी पुलिस के पास है। मैं सभी जगह जाकर उसकी मानिटरिंग कर रही हूं। हर जरुरतमंद तक राशन और खाना पहुंचे हमारी प्राथमिकता है। यहां बाहर के मजूदर है जिनकी जिम्मेदारी हमारी है। बहुत से बच्चे यहां होस्टल आदि में रह रहे हैं उनकी सुरक्षा और खाने की जिम्मेदारी है। अब यहां चार जगह हॉट स्पाट हैं उनकी विशेष निगरानी की जिम्मेदारी है। पूरी पुलिस टीम अपनी जिम्मेदारी बखूबी निभा रही है।

कोरोना वायरस (COVID -19) के संक्रमण को रोकने के लिये NDMC के शौचालयों में जनता और आवश्यक सेवाकर्मियों के लिये बेहतर हाथ धोने की सुविधा उपलब्ध।

24 अप्रैल 2020

नरेन्द्र कुमार


नई दिल्ली: कोरोना वायरस (COVID-19) महामारी के प्रकोप पर अंकुश लगाने के लिए स्वच्छ और साफ-सुथरी शौचालय  सुविधा देने के उद्देश्य से, नई दिल्ली नगरपालिका परिषद (NDMC) यह सुनिश्चित कर रही है कि सार्वजनिक शौचालय इकाइयों और सामुदायिक शौचालय इकाइयों (PTUs / CTU) में  तरल साबुन के साथ हाथ धोने की समुचित सुविधा को आवश्यक सेवाओं में कार्यरत कर्मचारियों और आम जनता के लिए खुला रखा जाए।नई दिल्ली नगरपालिका परिषद अपने क्षेत्र में  336 शौचालय चला रहा है जिसमें 300 सार्वजनिक शौचालय इकाइयाँ हैं और 36 सामुदायिक शौचालय इकाइयाँ हैं । इनमे से सार्वजनिक शौचालय सुबह 6 बजे से रात 10 बजे तक चल रहे हैं और सामुदायिक शौचालय चौबीसों घण्टे ( 24 × 7 ) चल रहे हैं।
नई दिल्ली नगरपालिका परिषद द्वारा इस लॉकडाउन अवधि के दौरान क्षेत्र में आवश्यक कर्तव्यों में लगे स्वच्छता कार्यकर्ताओं, कार्यरत स्वास्थ्य कर्मचारियों, पुलिस कर्मियों और आम जनता को भी यहां अन्य सुविधाओं के साथ बारम्बार तरल साबुन से हाथ धोने की सुविधा प्रदान करने के लिए सभी स्थानों पर ये सार्वजनिक शौचालय खुले रखे जा रहे है।
पालिका परिषद क्षेत्र में इन 336 शौचालयों में 84 स्मार्ट शौचालय भी शामिल हैं। इनमें से 13 स्मार्ट शौचालयों में  स्मार्ट क्लिनिक सुविधा भी है, जिसे "हेल्लो हेल्थ" एजेंसी द्वारा चलाया जा रहा है , इन सभी में बुनियादी स्वास्थ्य जांच की सुविधा उपलब्ध है।
नई दिल्ली क्षेत्र के इन स्मार्ट शौचालयों में 52 स्थानों पर वाटर एटीएम और 12 स्थानों पर बैंक एटीएम की सुविधा भी उपलब्ध हैं, जिनका लाभ आवश्यक सेवाओं से जुड़े कर्मचारी इस लॉक डाउन अवधि में उठा रहे है।

Thursday 23 April 2020

सोशल मीडिया में वायरल हो रही है रिंकी शर्मा की पटिशन,(सबको मिले रोटी)

24 अप्रैल 2020

नरेन्द्र कुमार


नई दिल्ली: कोरोना जैसी इस महामारी और लॉकडाउन के इस लंबे समय में समाजसेवी रिंकी शर्मा की पटिशन सबको मिले रोटी (#SabkoMileRoti) जहां एक तरफ की समाज के उन जरुरतमंद लोगों की आवाज बन कर गूंज रही है वहीं दूसरी तरफ उनकी पटिशन सोशल मीडिया में जमकर वायरल हो रही है। बस चंद दिनों में ही उनकी इस पटिशन को करीब 1400 लोग साइन कर चुके हैं।
कंस्यूमर वॉयस में प्रोजेक्ट मैनेजर व समाजसेवी रिंकी शर्मा ने अपनी इस पटिशन में गरीब जनता के विषय को उठाया है। उनकी पटिशन का विषय है- जब गरीब गेहूं पिसा ही नहीं पाएगा तो सरकार द्वारा बांटे गेहूं से अपना पेट कैसे भरेगा?

देश की जनता ने लॉकडाउन के इस दौर में सरकार और शासन-प्रशासन को अपना पूरा समर्थन दिया है। लॉकडाउन के इन दिनों के बाद भी आगे सरकार को देश की गरीब जनता के बारे में सोचना होगा। लॉकडाउन के कारण आम जन-जीवन तो स्थिर हो गया है पर कोई भूख को कैसे रोक सकता है। उन्होंने लोगों से अपील की है उनकी इस पटिशन को साइन करें ताकि किसी को बिना रोटी खाए ना सोना पड़ें।

कई मीडिया रिपोर्ट में आया है कि लॉकडाउन में आटा चक्की (आटा मिलों)के बंद होने के कारण लोगों के पास गेहूँ तो है पर आटा नहीं। कुछ राज्यों में आटा चक्की खुल रही हैं, लेकिन कुछ राज्यों में कई जगहों पर आटा चक्कियों के बंद होने की भी खबरे आ रही हैं। आटा चक्कियों के संचालन पर असमंजस की स्थिति है, जिससे लोगों पर बहुत बड़ा असर पड़ रहा है, उन्हें सरकारी अनाज तो मिल जा रहा है पर फिर भी वो रोटी नहीं खा पा रहे हैं। 

ये समस्या बड़ी है लेकिन इसका समाधान छोटा सा है, जिसके लिए मैंने ये पेटीशन शुरू की है। अगर सरकार लॉकडाउन के दौरान आटा चक्कियों को आवश्यक सेवाओं की सूची में डाल दे और राज्यों को उन्हें खुला रखने और सुरक्षित संचालन के साफ़ निर्देश दे तो लोगों को बहुत बड़ी राहत मिलेगी।

रिंकी शर्मा ने अनुरोध किया है कि उनकी पेटीशन साइन करें और शेयर करें ताकि सरकार आटा चक्कियों को आवश्यक सेंवाओं में शामिल करे और सभी राज्यों को इस बाबत निर्देश जारी करे। इससे स्थानीय प्रशासन भी लोगों को सुरक्षित तरीके से आटा मुहैया कराने के लिए प्रेरित होगा। अगर ये पेटीशन सफल हुई तो करोड़ों लोगों को दो वक्त की रोटी पाने में दिक्कतों का सामना नहीं करना पड़ेगा। विशेषकर गाँवों में जहाँ आज भी लोग पैकेट वाला नहीं बल्कि पीसा हुआ आटा खाते हैं, उनके लिए बड़ी राहत हो जाएगी। आइए इस विपदा के समय हम सब मिलकर #SabkoMileRoti पटिशन का समर्थन करें।

दिल्ली महिला आयोग की घरेलू हिंसा के लिए बनी (Whatsapp) हेल्पलाइन पर आ रही है कई शिकायतें,आयोग कर रहा है हर शिकायत पर कार्यवाई, (9350181181) है आयोग का व्हाट्सएप्प हेल्पलाइन नंबर।

23 अप्रैल 2020

नरेन्द्र कुमार


नई दिल्ली: कोरोना वैश्विक महामारी के चलते पूरा देश इस समय लॉक डाउन से जूझ रहा है, ऐसे में घरेलू हिंसा के मामलों में बढ़ोतरी की भी खबरें आ रही हैं। हालांकि इन मामलों की रिपोर्टिंग में कमी देखी गयी है। दिल्ली महिला आयोग द्वारा जारी किए गए आंकड़े में बताया गया था कि घरेलू हिंसा से जुड़ी शिकायतों की रिपोर्टिंग में कमी आई है, इसका कारण ये भी हो सकता है कि लॉक डाउन के चलते पीड़िता को कॉल कर शिकायत दर्ज करने में मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। ये भी मुमकिन है कि लॉक डाउन के चलते पीड़ित महिला हिंसा करने वाले के डर से भी शिकायत करने में सक्षम न हो।
इसी को देखते हुए दिल्ली महिला आयोग ने एक व्हाट्सएप्प हेल्पलाइन (9350181181) जारी करी है जिसपर मेसेज कर महिलाएं अपनी शिकायतें दिल्ली महिला आयोग को बिना डर के दे पा रही हैं। दिल्ली महिला आयोग, दिल्ली पुलिस की सहायता से इन सभी मामलों में कार्यवाई भी करवा रही है। इसके अतिरिक्त आयोग को सोशल मीडिया के ज़रिए मिलने वाली शिकायतों में भी बढ़ोतरी देखने को मिली है। आयोग ने बताया कि सोशल मीडिया के ज़रीए मिल रही शिकायतों पर भी पीड़िता से समपर्क साध जल्द से जल्द कार्यवाई की जा रही है। आयोग ने ये भी बताया कि व्हाट्सएप्प हेल्पलाइन पर महिलाएं अपनी समस्याएं भी बता रही हैं जिन्हें व्हाट्सएप्प चैट के ज़रीए कॉउंसलिंग भी दी जा रही है। उदाहरण के तौर पर एक महिला से व्हाट्सएप्प चैट के ज़रिए जब संपर्क किया गया तो उसने टीम को बताया कि उसके परिवार वाले उसकी शादी का विरोध कर रहे हैं। टीम ने उसकी कॉउंसलिंग करी व उस तक मदद पहुंचाई। व्हाट्सएप्प से मिले गंभीर मामलों में दिल्ली महिला आयोग की हेल्पलाइन वैन और PCR वैन के ज़रिए भी सहायता पहुँचाई जा रही है जिससे कई महिलाओं को सहायता मिल पाई है।
दिल्ली महिला आयोग अध्यक्षा स्वाति मालीवाल ने कहा, "जब से लॉक डाउन शुरु हुआ है, घरेलू हिंसा के मामलों की रिपोर्टिंग में कमी देखने को मिल रही थी, इसका एक बहुत बड़ा कारण ये रहा कि महिलाएं फोन कॉल के माध्यम से अपनी शिकायत नहीं दे पा रहीं थी, इसी के मद्देनजर हमने एक व्हाट्सएप्प हेल्पलाइन जारी करी है, जिसका नम्बर है, 9350181181 जो भी महिला घरेलू हिंसा का शिकार हो रही है, उसे डरने की बिल्कुल भी ज़रूरत नहीं है, वो इस नम्बर पर व्हाट्सएप्प कर अपनी सारी जानकारी और शिकायत हमें दें, हम उनकी पूरी सहायता कर रहे हैं। हमारी इस हिंसा को अंजाम देने वाले सभी लोगों से अपील भी है और उन्हें चेतावनी भी है कि ऐसे समय में घरेलू हिंसा जैसी घटिया हरकत को अंजाम न दें, ये वक्त सबको एक साथ मिलकर कोरोना के खिलाफ लड़ने का है। हमें यदि घरेलू हिंसा की शिकायत मिलती है तो हम ये सुनिश्चित करेंगे कि कड़ी से कड़ी कार्यवाई हो।

Wednesday 22 April 2020

लॉकडाउन के दौरान "दिल्ली महिला आयोग" ने एक 25 वर्षीय महिला को प्लेसमेंट एजेंसी के रैकेट से छुड़वाया।

22 अप्रैल 2020

नरेन्द्र कुमार


नई दिल्ली: "दिल्ली महिला आयोग" DCW ने बुधवार को दिल्ली के पंजाबी बाग इलाके से 25 साल की महिला को प्लेसमेंट एजेंसी को रैकेट से छुड़वाया। दिल्ली महिला आयोग की 181 हेल्पलाइन पर  कॉल मिली जिससे ये जानकारी मिली कि झारखंड की रहने वाली सुमति (नाम बदला गया) नाम की महिला दिल्ली में एक प्लेसमेंट एजेंसी मे पिछले 5-6 महीने से रह रही थी जहां उसे उसके काम के पैसे नहीं दिए जाते थे और उसे मारा पीटा जाता है।
शिकायत मिलते ही दिल्ली महिला आयोग की टीम दिए गए प्लेस्मेंट एजेन्सी के पते पर पहुंची और वहां से महिला को रेस्क्यू करवाकर पंजाबी बाग थाने लाया गया। पीड़िता ने बताया कि पीड़िता के भाई का दोस्त उसे झारखंड से काम के बहाने लेकर आया था। पहले उससे कुछ महीने रोहतक, फिर पानीपत और गाज़ियाबाद में काम करवाया गया। उसके बाद पीड़िता को दिल्ली के मादीपुर इलाके की एक प्लेसमेंट एजेंसी ने एक घर में काम पर लगवाया था। पीड़िता वहां पिछले 5-6 महीने से रह रही थी और वहां उसे मारा पीटा जाता था और घर नहीं जाने दिया जाता था। पीड़िता के बयान दर्ज कर मामले में FIR की जा रही है।
दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्षा स्वाति मालीवाल ने कहा, " ये बहुत दुखदाई है कि देशभर से महिलाओं और छोटी बच्चियों को काम के बहाने प्लेसमेंट एजेंसी को बेच दिया जाता है। हमने अब तक कई सौ महिलाओं और बच्चियों को इस रैकेट से छुड़वाया है। न जाने अभी भी कितनी ऐसी महिलाएं इस रैकेट का शिकार रोज़ बन रही होंगी। ज़रूरी है कि इन प्लेसमेंट एजेंसी के ऊपर कड़ी निगरानी के लिए कानून बनें और इनका गैर कानूनी गतिविधियों पर भी सरकार का शिकंजा कसा जाए। मुझे बहुत गर्व है कि कोरोना महामारी के दौर में भी हमारी 181 हेल्पलाइन और MHL वैन 24 घंटे काम कर रही हैं और मुसीबत में फंसी महिलाओं की मदद कर पा रही हैं।

वरिष्ट पत्रकार, डॉ.जसवीर आर्य ने कहा, सरकारें पत्रकारों की भी सुध लें। कोरोना जंग के इन बहादूर मीडिया सैनिकों की नजर अंदाजी ठीक नहीं।

22 अप्रैल 2020


नई दिल्ली: पूरा विश्व GOVID -19 से युद्ध स्तर पर संघर्ष कर रहा है। वही हम देख रहे हैं कि *कोरोना योद्धाओं में डॉक्टरों, पैरामेडिकल स्टाफ, नर्सों, हेल्थ वर्करों, सफाई कर्मियों व पुलिस कर्मचारियों के कल्याण व सुरक्षा की बहुत बात हो रही है। यह अच्छी बात है लेकिन इस महामारी से पूरे देश-दुनिया को जगाने वाले इन वीर जांबाज पत्रकारों की पता नहीं क्यों? आज तक किसी सरकार/ राजनैतिक पार्टी/ स्वयंसेवी संगठनों/धार्मिक संस्थाओं या उद्योगपतियों ने भी कोई सुध नहीं ली है। जबकि ये लोग अपने आप को हाईलाइट करवाने के लिए  पत्रकारों के मुरीद माने जाते हैं।
कोरोना वर्ल्ड वार की पल-पल की खबरें/अपडेट देने में सबसे आगे पत्रकार अपनी जान जोखिम में डाल रहे हैं। दुनिया को खबरों से रोशन करने वाले हमारे पत्रकार बंधु स्वयं चिराग तले अंधेरे में जी रहे है।आज पत्रकार भी 20-20 घंटे ड्यूटी देता है। वह और उसका परिवार भी कोरोना की चपेट में आ रहा है। पत्रकारों का परिवार भी भुखमरी का शिकार हो रहा है लेकिन ना तो केंद्र सरकार,ना ही दिल्ली सरकार और ना ही कोई अन्य राज्य सरकार इस ओर ध्यान दे रही है।क्यों?

मैं अपने देश की सरकारों से पूछना चाहता हूं कि क्या पत्रकार इस देश का नागरिक नहीं है? क्या पत्रकार कोई इंसान नहीं है? क्या पत्रकारों की जान और काम का कोई महत्व या मोल नहीं है? मैंने अभी तक इस महामारी के भीषण दौर में सरकार को पत्रकारों की जान माल की रक्षा के लिए कोई जमीनी राहत पैकेज जारी करते नहीं सूना-देखा है? हां इतना जरूर है कि प्रधानमंत्री जी ने पत्रकारों के कार्यों की मौखिक तारीफ अवश्य की है।

मैं माननीय प्रधानमंत्री जी,केंद्रीय गृहमंत्री जी और राज्यों के सभी माननीय मुख्यमंत्रियों से माँग करता हूं कि *आप भी तत्काल इन पत्रकारों की सुध लें।अपने विशेषाधिकार से आपदा फंड के तहत फौरी तौर पर देश के सभी सक्रिय पत्रकारों को ₹10000/- प्रति माह के हिसाब से तुरंत इनके अकाउंट में पैसे डलवाए साथ ही इनके परिवार को 3 महीने का राशन अग्रिम भिजवाए। इसके अलावा इन्हें भी फील्ड ड्यूटी हेतु सुरक्षा किट उपलब्ध कराएं और इनका भी रैपिड टेस्ट करवाएं। बाकी मैं देश के सभी धनी और साधन संपन्न वर्ग व कॉर्पोरेट जगत से प्रार्थना करता हूं कि आप भी अपने स्तर पर पत्रकारों का ख्याल रखें।

याद रखें! यदि पत्रकार नहीं बचेंगे तो यहां आम और खास की भी कोई आवाज सुनने वाला नहीं होगा।

निवेदक, डॉ० जसबीर आर्य
(चेयरमैन)

"दिल्ली टाइम्स न्यूज"

"नेशनल मीडिया फोर्स"

"क्राइम फ्री इंडिया ब्यूरो"

वेबसाइट: www.delhitimesnews.com
www.Nationalmediaforceindia.com
www.crimefreeindiabureau.com

Mob, 9212412283, 9650380366

Sunday 19 April 2020

दिल्ली पुलिस पीसीआर स्टाफ ने लॉकडाउन के दौरान एक आरोपी व्यक्ति को अवैध शराब के साथ किया गिरफ्तार।

19 अप्रैल 2020

नरेन्द्र कुमार
 

नई दिल्ली:डीसीपी शरत कुमार सिन्हा, पीसीआर कंट्रोल रूम से जानकारी प्राप्त के अनुसार 18 अप्रैल 2020 को, लगभग समय 3.25 पर पीसीआर मोबाइल पेट्रोल वैन के पुलिसकर्मी ASI संतराज और हैडकांस्टेबल समय सिंह, दिल्ली मुंडका औद्योगिक क्षेत्र मेट्रो स्टेशन, के पास गश्त कर रहे थे।
पीसीआर स्टाफ ने देखा कि एक स्कूटी संदिग्ध हालत नम्बर DL-12-SG-8697 को पीसीआर मोबाइल स्टाफ ने स्कूटी सवार को रुकने का इशारा किया। PCR एमपीवी स्टाफ को देखते हुए, संदिग्ध स्कूटी सवार ने स्कूटी को और तेज कर दिया। और भागने लगा PCR स्टाफ को शक होने पर, पुलिस कर्मियों ने तुरन्त कार्रवाई करते हुए। संदिग्ध स्कूटी सवार का पीछा किया।
काफी पीछा करने के बाद पीसीआर मोबाइल पेट्रोल वैन के पुलिस कर्मियों ने संदिग्ध स्कूटी सवार को पकड़ने में कामयाब रहा। पकड़े गए, आरोपी व्यक्ति की पहचान विनोद चौहान उम्र 48 वर्ष के रूप में हुई  K-310, स्वामी दयानंद कॉलोनी तलाशी लेने पर 12 बोतल अवैध शराब (हरियाणा में बनी डबल ब्लू इंग्लिश व्हिस्की) बरामद हुई।  इस संबंध में एक सेल्फ कॉल किया गया। मामला पुलिस स्टेशन मुंडका में पीसीआर वैन के प्रभारी के बयान पर पंजीकृत किया गया था।  स्कूटी के साथ अवैध शराब के आरोपी व्यक्ति को थाना मुंडका की स्थानीय पुलिस को सौंप दिया गया।

NDMC द्वारा अपने मुख्यालय - पालिका केंद्र, नई दिल्ली कन्वेंशन सेंटर, लेडी हार्डिंग और कलावती सरन अस्पताल, काका नगर और पीलेंजी गांव में नियमित गति विधियों के अलावा आज एक गहन कीटाणुशोधन अभियान चलाया।

19 अप्रैल 2020

नरेन्द्र कुमार


नई दिल्ली: नगरपालिका परिषद NDMC के एक इंजीनियर को कोविड -19 के टेस्ट में पॉजिटिव पाए जाने के बाद, आज नई दिल्ली नगरपालिका परिषद (NDMC) के जन स्वास्थ्य विभाग ने उनके कार्यालय और परिषद के पूरे मुख्यालय भवन यानी पालिका केंद्र और नई दिल्ली सिटी सेंटर - II ( NDMC सभागार केंद्र) संसद मार्ग, नई दिल्ली में एक गहन कीटाणुशोधन अभियान चलाया है।
पालिका परिषद के जन स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के नेतृत्व में 20 स्वास्थ्य कर्मचारियों की एक टीम ने फायर टैंकरों और नॅप्सनैक मशीनों द्वारा कीटाणु शोधन द्रव का छिड़काव किया। इस द्रव में 1% सोडियम हाइपोक्लोराइट तरलघोल का उपयोग कीटाणुनाशक के रूप में किया गया।
पालिका केंद्र में यह अभियान आज विशेष रूप से चलाया गया,  जो कि सिविल इंजीनियरिंग विभाग द्वारा आउटसोर्स एजेंसी के माध्यम से भवन में दैनिक कीटाणुशोधन छिड़काव के कार्य के अतिरिक्त किया गया।
इसके अलावा जन स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के नेतृत्व में स्वास्थ्य कर्मचारियों ने आज रविवार को  कलावती सरन चिल्ड्रन हॉस्पिटल- पंचकुइया रोड, काका नगर आवासीय क्षेत्र और नई दिल्ली में सरोजनी नगर के पास पीलेंजी गांव के आसपास भी एक गहन कीटाणु शोधन छिड़काव अभियान चलाया गया।
निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार, आज भी नई दिल्ली के मुख्य मार्गों को फायर टेंडर, बागवानी टैंकरों और नैकपैक मशीनों का उपयोग करके चाणक्य पुरी, एसपी मार्ग, नीती मार्ग, न्याय मार्ग, विनय मार्ग, सत्य मार्ग और पंचशील मार्ग पर भी एक कीटाणुशोधन छिड़काव का अभियान चलाया गया, जो कल भी जारी रहेगा।
पालिका परिषद के जन स्वास्थ्य अधिकारियों और अग्निशमन दल के साथ कल के इस अभियान में कीटाणुशोधन छिड़काव को शांति पथ से शुरू किया जाएगा और परिषद के क्षेत्राधिकार में अफ्रीका एवेन्यू, बीएचएस मार्ग, सफदरजंग रोड, तीन मूर्ति रोड, तीस जनवरी मार्ग, कृष्ण मेनन मार्ग और अकबर रोड तक किया जाएगा।

Saturday 18 April 2020

दिल्ली में लॉकडाउन 2.0 लागू करने के दौरान CFIB के कार्यकर्ता भी गरीब मजदूरों के लिए भोजन सामग्री बांटी गई।

18 अप्रैल 2020

नरेन्द्र कुमार


नई दिल्ली: पूरे विश्व कोरोना वायरस महामारी,(GOVID-19) से युद्ध स्तर पर लड़ रहा है। इस दौरान दिल्ली में लॉकडाउन 2.0 लागू करने के दौरान हर सामर्थ व्यक्ति हो या NGO हर कोई गरीब मजदूरों के लिए भोजन की व्यवस्था में मदद कर रहा है।
वहीं सेंट्रल डिस्ट्रिक्ट के करोल बाग, आनंद पर्वत शाखा, क्राइम फ्री इंडिया ब्यूरो, के प्रभारी मनिंदर सिंह ने अपनी टीम CFIB कार्यकर्ताओ के साथ मिलकर गरीब बस्तियों में जाकर गरीब परिवारों व मजदूरों को भोजन सामग्री दी गई।
दिल्ली में लॉकडाउन के कठिन समय के दौरान, CFIB के कार्यकर्ता भी हरसम्भव गरीब परिवारो व मजदूरों की मदद करने में लगा हुआ है।

NDMC क्षेत्र में सार्वजनिक जगहों पर थूकने या पेशाब करने वालों पर होगी कार्रवाई, भरना होगा 1000, रुपये का जुर्माना, 15 अप्रैल से लॉक डाउन 2.0 लागू होने के बाद जारी किया गया है नया आदेश।

18  अप्रैल 2020

नरेन्द्र कुमार


नई दिल्ली: दिल्ली और देश में बढ़ते कोरोना वायरस के मरीजों की संख्या पर काबू पाने के लिए नई दिल्ली नगरपालिका परिषद NDMC की ओर से एक नया आदेश जारी किया गया है। पालिका परिषद की ओर से जारी आदेश में स्पष्ट किया गया है कि सार्वजनिक स्थल पर थूकने और पेशाब करने वालों के खिलाफ दंडात्मक कार्रवाई की जाएगी। साथ ही उन पर ₹1000 का जुर्माना भी लगाया जाएगा।
पालिका परिषद की ओर से कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए एक अहम बड़ा कदम उठाते हुए यह भी आदेश जारी किया गया है कि उसके अधीनस्थ क्षेत्र में शराब, गुटखा, तंबाकू आदि बेचने पर भी पूर्ण प्रतिबंध रहेगा। NDMC के चेयरपर्सन धर्मेंद्र के आदेशों पर सेक्रेटरी आईएएस अमित सिंगला की ओर से शनिवार को आदेश जारी कर दिए गए हैं।

इस बीच देखा जाए तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आदेशों पर 15 अप्रैल से पूरे देश में लॉक डाउन  2.0 लागू है। इसके अनुपालन में केंद्रीय गृह मंत्रालय की ओर से कोविड-19 मैनेजमेंट के लिए राष्ट्रीय निर्देश जारी किए गए थे। इन निर्देशों के अनुपालन में अब NDMC की ओर से यह आदेश जारी किए गए हैं। जिससे उसके अंतर्गत आने वाले क्षेत्र में धूम्रपान की वस्तुओं पर पूरी तरीके से प्रतिबंध तो रहेगा ही। साथ ही सार्वजनिक स्थलों और सार्वजनिक जगहों पर पेशाब करने वालों के खिलाफ भी कड़ी कार्रवाई की जाएगी। और उन पर ₹1000 तक की राशि का जुर्माना भी लगाया जाएगा।

Friday 17 April 2020

लॉकडाउन पार्ट 2.0: वक्त है कुछ नया करने और जिंदगी के ये पल सहजने का : कंस्यूमर वॉयस*

17 अप्रैल 2020

नरेन्द्र कुमार


नई दिल्ली: कोविड-19 के कारण देश में लॉकडाउन का दूसरा दौर चल रहा है। इस दौरान घर पर रहना जितना जरूरी है उतना ही शारीरिक और मानसिक तौर पर स्वस्थ रहना भी जरूरी है। इसके लिए हमें चाहिए कि हम अपनी दैनिक दिनचर्या में थोड़ा परिवर्तन करें जिसका फर्क हम स्वयं महसूस कर सकते हैं।हमारे लिए जरूरी है कि हम अपने शरीर में मौजूद हानिकारक तत्वों को बाहर निकालें। इसके लिए हमको सुबह-शाम गुनगना पानी पीने की जरूरत है। भोजन में हमको लिक्विड डाइट की मात्रा अधिक लेने की होगी। मौसम के इस दौर में ठंडे पेय पदार्थों का सेवन नहीं करें ताकि शरीर विभिन्न प्रकार के वायरस और बैक्टीरिया से सुरक्षित रहे। स्वास्थ्य से जुड़े लोगों का भी यह मानना है कि जिस प्रकार बाहरी शरीर की साफ-सफाई जरूरी है उसी प्रकार शरीर के आंतरिक अंगों की सफाई भी बहुत आवश्यक है।

लॉकडाउन में भी फिटनेस प्लान में रहें, आज के समय में वायरस से बचने के लिए शरीर का रोग-प्रतिरोधक तंत्र मजबूत होना और भी जरूरी है, जिससे हम सब स्वस्थ रहें। इसके लिए जरूरी है कि घर में रहते हुए हम अपने खानपान का विशेष ध्यान रखें। कई ऐसा ना हो कि अधिक कैलोरी वाले खाद्य पदार्थ लें जिससे आपका वजन नियंत्रित ना रह पाएं। लॉकडाउन के इस नाजुक दौर में स्वाद के चक्कर में सेहत के साथ समझौता करना सही नहीं है।
घर में रहकर सुबह-शाम करीब तीस मिनट टहलने का अभ्यास जारी रखें। इसके लिए आप टीवी, सोशल मीडिया एकांडटस फॉलोकर या ऑनलाइन ऍप की मदद से योग या व्यायाम कर सकते हैं। मेडिटेशन भी बहुत लाभदायक है। अपने शौक को पूरा करने का सही समय लॉकडाउन के दिनों को अपने शौक पूरा करने का एक जरिया बनाएं। हो सकता है अपने कॅरियर के चलते आप अपने अपने शौक पूरा नहीं कर सकें हो यह सही समय है। अपने शौक को पूरा करने से शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य सही रहता है। आप जहां हैं वहां रहकर कुछ नये-नये प्रयोग भी कर सकते हैं।


कोविड-19 क्या है।

कोविड-19 यानी कोरोना वायरस सांस से संबंधित एक नई बीमारी है जो एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में और दूषित सतहों से फैल सकती है। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि 80 साल से ज्यादा उम्र के लोगों में इसके गंभीर परिणाम होने की संभावना है, विशेषकर वे जो अन्य बीमारियों से भी पीडित हों। इस बीमारी के प्रमुख लक्षण हैं- बुखार, सूखी खांसी और सांस लेने में तकलीफ। इस बीमारी का अभी तक कोई टीका या उपचार नहीं निकला है।
 में क्या करें। हाथों को अच्छे से धोएं या हैँट सैनिटाइजर का बार-बार इस्तेमाल करें। खांसते या छींकते हुए अपने मुंह को टिशु या कोहनी से ढंके। बीमार होने पर घर पर ही रहें। अगर आप में कोविड 19 के लक्षण दो दिन से ज्यादा हों तो तुरंत डॉकटर की मदद लें। हाथ मिलना बंद करें और नमस्कार की आदत डालें।

ज्यादा उम्र के बुजुर्ग (विशेषकर 80 की उम्र वाले,) और डायबिटीज, फेफड़ें और दिल की बीमारी से पीडित लोग, तीन महीने की जरूरी दवाइयां (जैसे उच्च रक्तचाप या डायबिटीज की दवाइयां) साथ रखें, भीड़ में ना जाएं। जितना हो सके घर में रहें और सार्वजनिक स्थानों से दूरी बनाएं रखें।

Thursday 16 April 2020

दिल्ली पुलिस पीसीआर के पुलिस कर्मियों ने स्कूटी से अवैध शराब बरामद की।

16 अप्रैल 2020

नरेन्द्र कुमार


नई दिल्ली: डीसीपी शरत कुमार सिन्हा PCR, कंट्रोल रूम से मिली जानकारी के तहत 15 अप्रैल 2020 को लगभग दोपहर 1:30 बजे,PCR  मोबाइल पेट्रोल वैन के पुलिसकर्मी हैडकांस्टेबल नरेंद्र, कांस्टेबल राकेश और कांस्टेबल ड्राइवर योगेंदर औचंदी बॉर्डर, दिल्ली के पास गश्त कर रहे थे।
उन्होंने संदिग्ध हालत में बिना नंबर प्लेट की स्कूटी पर दो व्यक्तियों को देखा। PCR स्टाफ ने स्कूटी सवार को रुकने का इशारा किया। पीसीआर एमपीवी स्टाफ को देखते हुए, संदिग्ध स्कूटी सवार ने स्कूटी को और तेज कर दिया और भागने लगे। शक होने पर,मोबाइल पेट्रोल वैन के पुलिस कर्मियों ने तुरन्त कार्रवाई करते हुए संदिग्ध स्कूटी का पीछा किया।

गहन पीछा करने के बाद एमपीवी स्टाफ ने स्कूटी को रोकने में कामयाब रहे। संदिग्ध स्कूटी सवार ने खुद घिरता देख आरोपी स्कूटी छोड़कर और खेतों में भागने में कामयाब रहा। स्कूटी की तलाशी लेने पर 195 क्वार्टर अवैध शराब से भरे दो प्लास्टिक बैग बरामद हुए। स्टाफ ने एक सेल्फ कॉल किया गया। थाना बवाना की स्थानीय पुलिस मौके पर पहुंची।  स्कूटी के साथ बरामद अवैध शराब थाना बवाना की स्थानीय पुलिस को सौंप दी गई। प्रभारी पीसीआर वैन के बयान पर पुलिस स्टेशन बवाना में  मामला दर्ज किया गया था।

NDMC द्वारा दिल्ली में कोरोना वायरस महामारी के विरुद्ध युद्ध स्तर पर संघर्ष जारी।

16 अप्रैल 2020

नरेन्द्र कुमार


नई दिल्ली: "कोरोना वायरस" (COVID-19) की महामारी के प्रकोप के मद्देनजर, नई दिल्ली नगरपालिका परिषद (NDMC) ने अपनी अग्निशमन सेवा की गाड़ियों का उपयोग करके एक सप्ताह के लंबे गहन कीटाणुशोधन स्प्रे अभियान के अंतर्गत।आज सैनिटाइजेशन के उद्देश्य से कनॉट प्लेस आउटर, मिडिल एंड इनर सर्कल्स, खान मार्केट, काका नगर, अरबिंदो मार्ग, धर्म मार्ग और मंदिर मार्ग (स्वाति वर्किंग गर्ल हॉस्टल और पुलिस स्टेशन) के क्षेत्रों में सघन छिड़काव किया गया।
इसके अलावा, कस्तूरबा गांधी मार्ग,अतुल ग्रोव रोड, हेली रोड, टॉल्स्टॉय मार्ग, बाराखंभा रोड, कोपरनिकस मार्ग,भगवान दास रोड,मानसिंह रोड,पृथ्वी राज रोड, हुमायूं रोड और फिरोज शाह रोड को शुक्रवार को  सैनिटाइजेशन अभियान में शामिल किया जाएगा।

शनिवार को, यह अभियान इंडिया गेट, सी- हेक्सागन, राजेन्द्र प्रसाद रोड, तुगलक रोड और अरबिंदो मार्ग के आसपास के क्षेत्र को सैनिटाइजेशन में कवर करेगा।

 रविवार को यह कीटाणुशोधन, सैनिटाइजेशन स्प्रे अभियान चाणक्य पुरी, एसपी मार्ग, नीति मार्ग, न्याय मार्ग, विनय मार्ग, सत्य मार्ग और पंचशील मार्ग के क्षेत्र में चलाया जाएगा।पालिका परिषद के इस कीटाणुशोधन, सैनिटाइजेशन छिड़काव कार्यक्रम के पहले दौर के अंतिम दिन सोमवार को शांति पथ,अफ्रीका एवेन्यू, होशियार सिंह मार्ग, सफदरजंग रोड,तीन मूर्ति रोड, तीस जनवरी मार्ग, कृष्ण मेनन मार्ग और अकबर रोड से समाप्त किया जाएगा।

Wednesday 15 April 2020

दिल्ली पुलिस के कांस्टेबल ने लॉकडाउन के दौरान,अवैध हथियार के साथ एक लुटेरे को धरदबोचा।

15 अप्रैल 2020

नरेन्द्र कुमार
 

नई दिल्ली: पुलिस स्टेशन नार्थ रोहिणी,रोहिणी जिले की दिल्ली पुलिस ने एक आरोपी व्यक्ति को किया गिरफ्तार आरोपी के कब्जे से अवैध हथियार के साथ फर्जी नंबर प्लेट वाली एक ब्लैक बजाज पल्सर मोटरसाइकिल और सोने की जंजीर बरामद की गई। हाल ही में रोहिणी इलाके में एक व्यक्ति द्वारा काले रंग की पल्सर मोटर साइकिल का इस्तेमाल करके चेन छीनने की कुछ घटनाएं हुई थीं। CCTV फुटेज की मदद से और एक आरोपी की विस्तृत खोज पुलिस स्टेशन नॉर्थ रोहिणी के पुलिस कर्मियों द्वारा की गई।
14 अप्रैल 2020 को एएसआई सुरेंद्र, हैडकांस्टेबल मोहित और कांस्टेबल संदीप इलाके में गश्त पर थे। कांस्टेबल संदीप सबवे के पास आउटर रिंग रोड की सर्विस लेन में पैदल गश्त पर थे, जबकि एएसआई सुरेंद्र और हैडकांस्टेबल मोहित भी उसी इलाके के पास गश्त कर रहे थे। कांस्टेबल संदीप लॉकडाउन के दौरान व्यक्तियों और वाहनों की तलाशी कर रहे थे और इस दौरान उन्होंने दीपाली चौक से मधुबन चौक की ओर एक काले रंग की पल्सर मोटरसाइकिल को आते देखा।  सवार काले हेलमेट पहने था। शक होने पर कांस्टेबल संदीप ने उसे रुकने का इशारा किया।

मोटरसाइकिल सवार शुरू में धीमा हो गया, लेकिन जैसे ही कांस्टेबल संदीप के करीब पहुंचा। और उसने बाइक को तेज किया और भागने की कोशिश की लेकिन कांस्टेबल संदीप ने तुरन्त कार्रवाई करते हुए मोटर साइकिल को पीछे से पकड़ लिया। और मोटरसाइकिल सवार को खींच लिया कांस्टेबल संदीप लगभग 15-20 मीटर तक मोटरसाइकिल को पकड़के रखा लेकिन आखिरकार मोटरसाइकिल सवार ने अपना संतुलन खो बैठा और बाइक के साथ गिर पड़ा।

इसके बाद मोटरसाइकिल सवार ने पिस्तौल निकाली और गोली चलाने की कोशिश की हालांकि अपने कर्तव्य के दौरान साहस दिखाते हुए, सीटी संदीप ने हमलावर को तुरंत काबू कर लिया। इस बीच हंगामा सुनते ही आस-पास मौजूद हैडकांस्टेबल मोहित के साथ ASI सुरेंद्र तुरंत वहां पहुंचे और आरोपी को काबू कर लिया और उन्हें अपनी हिरासत में ले लिया।

जांच पड़ताल करने पर आरोपी की मोटरसाइकिल की नंबर प्लेट फर्जी पाई गई। और मामला दर्ज किया गया। आरोपी की पहचान, सुरेंद्र उर्फ हैप्पी, रानी बाग, दिल्ली, उम्र 40 वर्षीय व्यक्ति को  गिरफ्तार किया गया है। आरोपी के कब्जे से एक .32 बोर पिस्टल के साथ 2 जिंदा कारतूस, और पांच सोने की जंजीर, और फर्जी नंबर प्लेट वाली एक ब्लैक बजाज पल्सर मोटरसाइकिल बरामद की गई।पूछताछ के दौरान आरोपी पूर्व में विभिन्न थानों में लूट और स्नैचिंग सहित 8 अन्य आपराधिक मामलों में शामिल है। आगे की जांच की जा रही है।

Tuesday 14 April 2020

नई दिल्ली नगरपालिका परिषद द्वारा GOVID-19 महामारी, के विरुद्ध एवेन्यू रोड्स पर फायर टैंकरों से कीटाणुशोधन, सैनिटाइजेशन अभियान शुरू किया।

14 अप्रैल 2020

नरेन्द्र कुमार


नई दिल्ली: पालिका परिषद NDMC के अग्निशमन विभाग के समन्वय के साथ स्वास्थ्य विभाग ने दैनिक आधार पर COVID-19 के साथ जंग के लिए नई दिल्ली क्षेत्र में फायर टैंकरों की मदद से मुख्य सड़कों की कीटाणुशोधन, सैनिटाइजेशन छिड़काव सुनिश्चित करने के लिए एक कार्यक्रम बना कर उसे लागू कर दिया है।
यह कीटाणुशोधन, सैनिटाइजेशन  छिड़काव अभियान कल से शुरू किया गया है और आने वाले दिनों में एक नियमित कार्यक्रम के अनुसार होने जा रहा है। NDMC ने अपने क्षेत्र में इस कीटाणुशोधन अभियान का एक शेड्यूल तैयार किया है, जो NDMC के एक वरिष्ठ अग्निशमन अधिकारी के समन्वय के साथ 06 मुख्य स्वच्छता निरीक्षकों की देखरेख में चलाया जा रहा है।
आज फायर टैंकरों के उपयोग से इस अभियान के अंतर्गत छिड़काव किए गए क्षेत्र लोधी रोड, सुब्रमण्यम भारती मार्ग, मैक्स मुलेर मार्ग, शाहजहां रोड और पंडारा रोड हैं। इन अग्निशमन टैंकरों के उपयोग से 1% सोडियम हाइपोक्लोराइट तरलघोल के साथ नई दिल्ली क्षेत्र में सड़कों, किनारों और फुटपाथ पर यह कीटाणुशोधन, सैनिटाइजेशन अभियान चल रहा है। यह अभियान बागवानी टैंकरों और स्वच्छता कर्मचारियों द्वारा इस्तेमाल की जाने वाली अन्य स्प्रेरर मशीनों के साथ कीटाणुशोधन, सैनिटाइजेशन करने के लिए किए गए अन्य उपायों के अतिरिक्त चलाया जा रहा है। 

इस अभियान के निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार, बुधवार को यह अभियान मदर टेरेसा क्रीसेंट, पार्क स्ट्रीट, शंकर रोड, मंदिर मार्ग, आरके आश्रम मार्ग, पेशवा रोड, काली बाड़ी मार्ग, उद्यान मार्ग, तालकटोरा रोड, चर्च रोड और गुरुद्वारा रकाबगंज को कवर करेगा।  और कनॉट प्लेस के आसपास जैसे संसद मार्ग, जय सिंह रोड, जन पथ, चेम्सफोर्ड रोड, पंचकुइया रोड, शहीद भगत सिंह मार्ग, बाबा खड़क सिंह मार्ग और बंगला साहिब रोड के आसपास का क्षेत्र गुरुवार को इस कीटाणुशोधन, सैनिटाइजेशन अभियान में शामिल होगा।
कस्तूरबा गांधी मार्ग, अतुल ग्रोव रोड, हेली रोड, टॉल्स्टॉय मार्ग, बाराखंभा रोड, कोपरनिकस मार्ग, भगवान दास रोड, मानसिंह रोड, पृथ्वी राज रोड, हुमायूं रोड और फिरोज शाह रोड को शुक्रवार को  सैनिटाइजेशन अभियान में शामिल किया जाएगा। और शनिवार को यह अभियान इंडिया गेट, सी- हेक्सागन, राजेन्द्र प्रसाद रोड, तुगलक रोड और अरबिंदो मार्ग के आसपास के क्षेत्र को सैनिटाइजेशन में कवर करेगा।
रविवार को यह कीटाणुशोधन, सैनिटाइजेशन स्प्रे अभियान चाणक्य पुरी, एसपी मार्ग, नीति मार्ग, न्याय मार्ग, विनय मार्ग, सत्य मार्ग और पंचशील मार्ग के क्षेत्र में चलाया जाएगा। पालिका परिषद के इस कीटाणुशोधन, सैनिटाइजेशन छिड़काव कार्यक्रम के पहले दौर के अंतिम दिन सोमवार को शांति पथ, अफ्रीका एवेन्यू, होशियार सिंह मार्ग , सफदरजंग रोड, तीन मूर्ति रोड, तीस जनवरी मार्ग, कृष्ण मेनन मार्ग और अकबर रोड से समाप्त किया जाएगा।

"दिल्ली महिला आयोग" DCW को रिपोर्ट किए गए अपराधों में लॉकडाउन के दौरान गिरावट देखी गई।

14 अप्रैल 2020

नरेन्द्र कुमार


नई दिल्ली: दिल्ली महिला आयोग अपनी महिला हेल्पलाइन और रेप क्राइसिस सेल के माध्यम से लॉकडाउन के दौरान 24×7 काम कर रहा है। दिल्ली महिला आयोग को लॉकडाउन के दौरान प्रति दिन लगभग 1400 कॉल प्राप्त हो रहे हैं। महिला पंचायत की टीमें राशन पाने में महिलाओं और उनके परिवारों की मदद कर रही हैं, खासकर जेजे क्लस्टर क्षेत्रों में।दिल्ली महिला आयोग की हेल्पलाइन 181 को औसतन प्रतिदिन 1500 -1800 कॉल मिलती है। लॉकडाउन के दौरान, आयोग को 26 मार्च से 31 मार्च के बीच अत्यधिक कॉल मात्रा प्राप्त हुई। आयोग को 27 मार्च को 4,341 कॉल, 28 मार्च को 5522 कॉल और 29 और 30 मार्च को 3,000 से अधिक कॉल मिलीं, 1 अप्रैल के बाद, आयोग को प्रति दिन लगभग 1300 से 1500 कॉल प्राप्त हो रहे हैं।

26 मार्च से 31 मार्च तक, आयोग को आई कॉल में सबसे अधिक लॉकडाउन के बारे में भ्रांतियों से जुड़ी कॉल थीं। दिल्ली महिला आयोग ने सभी शिकायतकर्ताओं को लॉक डाउन से जुड़ी जानकारी उपलब्ध करा उन्हें इसके महत्त्व के बारे में भी अवगत करा रहा है।

आयोग की 181 महिला हेल्पलाइन द्वारा प्राप्त कॉल के विश्लेषण पर यह देखा गया है कि हेल्पलाइन पर घरेलू हिंसा के मामलों में कोई बढ़ोतरी नहीं हुई है। इसके विपरीत, आयोग को सूचित किए गए मामलों की संख्या में कमी आई है। हालांकि इस आंकलन से कोई निश्चित निष्कर्ष नहीं निकाला जा सकता है। क्योंकि यह माना जा सकता है कि पीड़िता डर या अपराधी से दूर जाकर शिकायत दर्ज करने में अक्षमता के कारण अपराधों को रिपोर्ट करने में संकोच कर सकते हैं।

हालांकि, छेड़छाड़, यौन उत्पीड़न, पीछा करने आदि के मामलों में भारी गिरावट देखी गयी है। आयोग को 12 मार्च और 24 मार्च के बीच प्रति दिन छेड़छाड़ से संबंधित औसतन 6 शिकायतें मिलीं। लॉक डाउन के दौरान  यह संख्या औसतन 2-3 शिकायत  प्रतिदिन हो गई है। इस श्रेणी की शिकायतों की संख्या में यह 66% की गिरावट है। रेप के मामलों में भी लगभग 71% की कमी देखी गयी है। आयोग को आम दिनों में जहां प्रतिदिन औसतन 3-4 शिकायतें प्राप्त होती थीं वो संख्या अब प्रति दिन अधिकतम 1-2 शिकायतों पर आ गयी है। आयोग को बताए गए अपहरण के मामलों में भी 90% से अधिक की गिरावट देखी गई है। हालांकि, यह चिंताजनक है कि लॉकडाउन के दौरान भी आयोग को महिला ओं के खिलाफ हिंसा के कुछ मामले प्राप्त हो रहे हैं, जिनमें रेप, POCSO, घरेलू हिंसा और साइबर अपराध के मामले शामिल हैं।

DCW अध्यक्षा स्वाति मालीवाल ने कहा, "हालांकि कोरोना वायरस के प्रकोप के कारण राजधानी में अपराधों की संख्या में गिरावट आई है। यह व्यथित करने वाला है कि ऐसे दुखद समय में भी जब पूरा देश लॉक डाउन में है और कोरोना के खिलाफ लड़ रहा है, महिलाओं और लड़कियों के साथ बलात्कार, घरेलू हिंसा और अन्य के खिलाफ अपराध अभी भी हो रहे हैं। हम अपनी टीम और दिल्ली पुलिस की मदद से सभी रिपोर्ट किए गए मामलों पर काम कर रहे हैं। मैं लोगों से भी अपील करता हूं कि इस मुश्किल की घड़ी में मानवता दिखाएं"

थाना साउथ रोहिणी के स्टाफ ने चोरी की स्कूटी और चाकू सहित अपराधी को धर दबोचा।

07 अगस्त 2022 नरेन्द्र कुमार नई दिल्ली:15 अगस्त को ध्यान में रखते हुए दक्षिण रोहिणी क्षेत्र में सड़क अपराध को रोकने के लिए, एसीपी अर्जुन सिं...