Thursday 31 May 2018

दिल्ली के उपराज्यपाल अनिल बैजल, ने कानून एवं व्यवस्था पर वरिष्ट पुलिस अधिकारियों के साथ मीटिंग में चर्चा की।

31,मई 2018
नई दिल्ली:-

दिल्ली के उपराज्यपाल अनिल बैजल ने वरिष्ट अधिकारियों के साथ कानून एवं व्यवस्था की मीटिंग की गई।  जांच एवं सामान्य कानून व्यवस्था के लिए अलग-अलग पूल बनाने की प्रगति की समीक्षा की। इस मीटिंग में मुख्य सचिव,  दिल्ली, प्रधान सचिव,  गृह,  पुलिस आयुक्त, दिल्ली,  प्रधान सचिव,  कानून, आयुक्त,  परिवहन, एवं  विशेष व संयुक्त आयुक्त, दिल्ली पुलिस उपस्थित थे।

दिल्ली पुलिस ने इस संबंध में एक विस्तृत प्रजेंटेशन प्रस्तुत किया जिसमें सभी प्रासंगिक न्यायिक घोषणाओं एवं विभागीय स्थायी आदेश एवं सर्कुलर शामिल थे। यह भी बताया गया कि  WP (civil) सं. 310/1996,
प्रकाश सिंह एवं अन्य बनाम यूनियन आफ इंडिया (जोकि जांच पड़ताल को कानून व्यवस्था से अलग करने से संबंधित है)के मामले में माननीय उच्चतम न्यायालय के निर्देशों का आदर करते हुए कई कदम उठाए जा रहे हैं।

दिल्ली पुलिस ने उपराज्यपाल महोदय को सूचित किया कि महिलाओं के प्रति अपराध के मामलों की जांच को प्राथमिकता दी जा रही है। यदि जांच 20 दिन के अन्दर पूरी नहीं होती है। तो संयुक्त पुलिस आयुक्तों /रेंज एवं विशेष पुलिस आयुक्तों, कानून व्यवस्था को प्राथमिकता के आधार पर सूचित किया जाता है। अभी तक बलात्कार के मामलों, पौक्सो ( POCSO ) के मामलों एवं महिलाओं के विरूद्ध अन्य अपराधों के मामले की जांच विशेषतः सब-इंस्पेक्टर स्तर तक, महिला निरीक्षण अधिकारियों को सुपुर्द किया जाता था।

विशेष पुलिस आयुक्त/अपराध के अधीन एक टास्क फोर्स का गठन किया गया है जो अनुसूचित जातियों/जनजातियों एवं पौक्सो (POCSO) अधिनियम के अन्तर्गत मामलों की निगरानी करेंगे।
यह भी सूचित किया गया कि दिल्ली पुलिस ने प्रत्येक सब-डिविजन में ACP/ SDPO को नोडल आफिसर के रूप में तैनात किया गया है। जो महिलाओं के प्रति अपराध की निगरानी आरंभ से करेंगे जैसे: FIR दर्ज करना, जाचं एवं चार्जशीट दाखिल करना आदि। इस काम के लिए उन्हें एक महिला इंस्पेक्टर द्वारा सहयोग किया जाएगा।

उपराज्यपाल अनिल बैजल ने अविलम्ब  FSL एवं अभियोजन शाखा की सुविधाएं बढ़ाने और उनकी कार्य क्षमता सुधारने के निर्देश दिए।

उपराज्यपाल महोदय ने संयुक्त पुलिय आयुक्तों एवं रेंज के स्तर पर इन हाउस लीगल सेल बनाने का भी सुझाव दिया जो मामलों के प्रभावी मूल्यांकन एवं उनकी निगरानी कर उनकी त्रुटियों को दूर करेंगे।

अंत में उपराज्यपाल ने जांच अधिकारियों को विशेष रूप से महिलाओं के प्रति अपराधों एवं पौक्सों (POCSO)के अन्तर्गत मामलों को जल्द निपटाने की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने कहा कि मामलों के संवेदनशील तरीके से निपटाने से पीड़ितों की मदद हो सकती है और वे जांच में सहायता कर सकते हैं। जिससे मामला निष्कर्ष तक तेजी से पहुंच सके।


सीनियर फोटोग्राफर एवं रिपोर्टर
नरेन्द्र कुमार




समुचित राजनीतिक प्रतिनिधित्व एवं मान सम्मान के लिए तेली समाज का नई दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम में आगामी 2 जून को "तेली एकता रैली" का आयोजन: जयदत्त क्षीरसागर,

31,मई 2018
नई दिल्ली:-

अखिल भारतीय तैलिक साहु महासभा आगामी  2 जून, को राष्ट्रीय राजधानी नई दिल्ली स्थित तालकटोरा स्टेडियम में भी "तेली एकता रैली" का आयोजन करने जा रही हैं।

महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष विधायक और महाराष्ट्र सरकार में पूर्व मंत्री जयदत्त क्षीरसागर ने संवाददाता सम्मेलन को सम्बोधित करते हुए कहा कि तेली समाज राष्ट्रीय स्तर पर एक बड़ी आबादी वाली समाज है।देश भर में करीब  12, करोड़ आबादी वाली तेली समाज आज भी सामाजिक, आर्थिक, शैक्षिक व राजनैतिक रूप से काफी पिछड़ी हुईं हैं।

उन्होंने कहा कि तेली एकता रैली का मुख्य उद्देश्य समाज को जनसंख्या के मुताबिक विभिन्न राजनेतिक दलों से टिकट की मांग करने के साथ साथ तेली समाज का सर्वागीण विकास के लिए नीतियों का निर्माण करना है।

महासभा की मांग है।कि वर्ष 2011,में राष्ट्रीय स्तर पर जो जातीय गणना हुई थी उसको प्रकाशित कराया जाए, जिससे आनुपातिक भागीदारी सुनिश्चित की जा सके।

संवाददाताओ से बात करते हुए जयदत्त क्षीरसागर ने कहा कि इस खास रैली में नेपाल के  2 सांसद सर्व श्री प्रमोद साह, व दिल कुमारी साह, और विधायकगण भरत प्रसाद साह, दिलीप कुमार साह, गौरी नारायण साह, नीरा कुमारी साह, अखिल भारतीय तैलिक साहु महासभा की रैली में भाग लेंगे।

इसके साथ ही कई राज्यों के मुख्यमंत्री सहित कई केंद्रीय मंत्री भी रैली में भाग लेने आ रहे है।तेली साहु समाज के  6, सांसद अभी है। तेली समाज के राम नारायण मंडल, बिहार, वावन कुंडे, ऊर्जा मंत्री महाराष्ट्र, रमशिल   साहु महिला एवं बाल कल्याण छत्तीसगढ़ सहित कुल 29,विधायक देश में है।

गौरतलब है कि अखिल भारतीय तैलिक साहु महासभा  106 वर्ष पुरानी संस्था है। जिसके अध्यक्ष पूर्व मंत्री एवं सांसदगण रहें है।तेली समाज की यह पहली बार अखिल भारतीय रैली दिल्ली में आयोजित की गई हैं।


सीनियर फोटोग्राफर एवं रिपोर्टर
नरेन्द्र कुमार

Wednesday 30 May 2018

दिल्ली पुलिस का प्रयास महिलाओं एवं लड़कियों को सशक्त बनाने के लिए "सेल्फ डिफेंस ट्रैनिंग" के माध्यम से स्वयं रक्षा परीक्षण कार्यक्रम आयोजित कर रहा है।

30, मई 2018
नई दिल्ली:-

संत निरंकारी कॉलोनी में संत निरंकारी स्कूल में सेल्फ डिफेंस ट्रेनिंग ग्रीष्मकालीन शिविर के समापन समारोह का आयोजन किया गया।

(SPUWAC) 2002 से दिल्ली में लड़कियों और महिलाओं के लिए दिल्ली पुलिस की सशक्ति योजना के तहत स्वयं को सशक्त बनाने के उद्देश्य से और महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के उद्देश्य से स्वयं रक्षा प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित कर रहा है।

ये कार्यक्रम लड़कियों एवं छात्रों के साथ एक बड़ी सफलता है। स्कूलों, कॉलेजों, अन्य शैक्षणिक संस्थानों,  NGO, के लाभार्थियों और जनता के साथ-साथ निजी क्षेत्र के उपक्रमों, MNC, केंद्रीय और राज्य सरकार के कार्यालय, अस्पतालों, हवाई अड्डों आदि, दोनों में भागीदारी और उपयोगिता के मामले में। अब तक अकेले 2017 में 2,08,125 सहित 8,18,920 लड़कियों और महिलाओं को इस पहल के माध्यम से प्रशिक्षित किया गया है।

इन कार्यक्रमों की अत्यधिक लोकप्रियता से उत्साहित, (SPUWAC) ने इस अंतरिम में सामान्य जनता के हर वर्ग को शामिल करने के इरादे से गर्मी की छुट्टियों के दौरान ग्रीष्मकालीन शिविर का आयोजन करना शुरू किया ताकि क्षेत्र में कोई भी लड़की एवं महिलाएं भाग ले सकें।

इस अनुक्रम में 16 वीं ग्रीष्मकालीन शिविर-2018 में दिल्ली में छह अलग-अलग स्थानों पर आयोजित किया गया अर्थात् 1. RSKV संख्या 2, शकरपुर 2. गगन भारती, मोहन गार्डन, उत्तम नगर का सम्मेलन 3. ग्रीन व्यू पब्लिक स्कूल, द्वारका विहार, नजफगढ़ 4. GSKV गोकल पुरी गांव, 5. एयर इंडिया कॉलोनी ग्राउंड, पूरवी मार्ग, वसंत विहार, और 6. संत निरंकारी स्कूल, संत निरंकारी कॉलोनी 15.05.2018 से 30.05.2018 तक जिसके लिए करीब 10, हजार लड़कियां और महिलाएं पंजीकृत हैं।

ग्रीष्मकालीन शिविर के दौरान, लड़कियों और महिलाओं को आत्मरक्षा तकनीक प्रशिक्षण देने के अलावा, प्रत्येक स्थान पर नुक्कड़ नाटक के अलग-अलग कार्यक्रम और राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता लघु फिल्म कोमल को निर्भिक पहल के हिस्से के रूप में आयोजित किया गया था। लड़कियां और लड़कों को अच्छे स्पर्श और बुरे स्पर्श के बारे में संवेदना मिली लिंगों के बीच अधिक समानता लाने के लिए, शिविरों में लिंग संवेदीकरण पर कक्षाएं भी आयोजित की गईं।

15 दिनों के लिए सफलतापूर्वक चलने के बाद, शिविर में संत निरंकारी स्कूल, संत निरंकारी कॉलोनी, दिल्ली की अध्यक्षता में एक भव्य समापन समारोह के साथ समापन किया, Spl, cp संजय बेनीवाल,(WSAM), की अध्यक्षता में और अन्य वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने इस समारोह में भाग लिया।

इस अवसर पर सभी प्रतिभागियों को भागीदारी का वितरण किया गया और हल्के रिफ्रेशमेंट की सेवा की गई। विश्व मासिक स्वास्थ्य दिवस को चिह्नित करने के लिए 500 लड़कियों को भी नेटरी नैपकिन वितरित किए गए।
कुल मिलाकर, दिल्ली पुलिस का प्रयास यह सुनिश्चित करना है कि शहर की महिलाएं न केवल सुरक्षित और सुरक्षित हों बल्कि शब्दों के हर भाव में भी सक्षम हों और महिलाओं और बच्चों के लिए विशेष पुलिस यूनिट इस लक्ष्य की ओर ज्यादा काम कर रही है।


सीनियर फोटोग्राफर एवं रिपोर्टर
नरेन्द्र कुमार

धुंआ रहित तम्बाकू दिल कि बीमारी का बड़ा कारण है। विशेषज्ञ,

30,मई 2018
नई दिल्ली:-

दुनिया भर में आज का दिन (31मई) विश्वतंबाकू निषेध दिवस के रुप में मनाया जा रहा है, और इसी 24 घंटे के दौरान देशभर में करीब 2739 लोग तंबाकू व अन्य धूम्रपान उत्पादों के कारण कैंसर व इससे होने वाली बीमारियों से दम तोड़ देंगे। इसकी रोकथाम के लिए विश्व स्वास्थ्य  संगठन (WHO) ने तंबाकू व अन्य धूम्रपान उत्पादों से होने वाली बीमारियों और मौतों की रोकथाम को ध्यान में रखकर इस वर्ष 2018 का  थीम ‘‘ टोबेको और कार्डियेा वैस्कुलर डिजिज(तंबाकू और ह्र्दय रोग)"रखा है।

विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) और सहयोगी लोगों को तंबाकू और कार्डियो वैस्कुलर बीमारियों के बीच के संबंध के बारे में जागरूक करेंगे, जिसमें हृद्याघात (स्ट्रोक)  भी शामिल है। जो दुनिया के मौत का प्रमुख कारण है।

तंबाकू के उपयोग को रोगों के अंतर्राष्ट्रीय वर्गीकरण(ICD -10) के तहत बीमारी के रूप में वर्गीकृत किया जाता है। ऐसा इसलिए है क्योंकि इसकी लत को छोड़ने की दर बहुत कम है। भारत में तंबाकू सेवन की लत को छोड़ने की दर केवल 3 प्रतिशत ही है। इस लत को छोड़ने की इतनी कम संभावना और तम्बाकू के उपयोग की इतनी अधिक आशंका के कारण बीमारियां बढ़ती है। तम्बाकू और इसके सेवन के प्रसार को सही ही तंबाकू महामारी कहा गया है।

विशेषज्ञों ने आम लोगों में सामान्य रूप से प्रचलित धुएं रहित या चबाने वाला तम्बाकू, सिगरेट और बिड़ी से सुरक्षित है।और इससे दिल की बीमारी नहीं होती की इस धारणा को भ्रामक और गलत बताया है। विशेषज्ञों के मुताबिक, किसी भी रूप में तंबाकू का सेवन  स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है। धूम्रपान या चबाने के रूप में तंबाकू का उपयोग कैंसर, हृदय रोग औरअन्य गंभीर बीमारियों का कारण बनता है।

वायस ऑफ टोबेको विक्टिमस के पैट्रन (VOTV) व ऑल इंडिया इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (AIIMS) दिल्ली के प्रोफेसर और कार्डियक थोरैसिक और वेस्कुलर सर्जरी के प्रमुख डॉ शिव चौधरी,ने कहा,तंबाकू दुनिया में कार्डियो-वेस्कुलर मौत और अक्षमता का सबसे ज्यादा ज्ञात और रोकथाम योग्य कारण है।

निकोटीन जैसे रसायन प्रकृति मेंसंक्रामक होते हैं जिससे कोरोनरी समस्याएं होती हैं। यह सर्वविदित है कि धूम्रपान हृदय रोग का खतरा बढ़ता है लेकिन तथ्य यह है कि तंबाकू के धुएं रहित रूप समान रूप से हानिकारक हैं। 

ग्लोबल एडल्ट तंबाकू सर्वेक्षण (GATS -2) 2016-17 के अनुसार, भारत में धुआं रहित तंबाकू का सेवन धूम्रपान तम्बाकू से कहीं अधिक है। वर्तमान में 42.4 प्रतिशत पुरुष, 14.2 प्रतिशत महिलाएं और सभी वयस्कों में 28.6 प्रतिशतधूम्रपान करते हैं या फिर धुआं रहित तम्बाकू का उपयोग करते है। आंकड़ों के मुताबिक इस समय 19 प्रतिशत पुरुष, 2 प्रतिशत महिलाएं और 10.7 प्रतिशत वयस्क धूम्रपान करते हैं।

 जबकि 29 .6 प्रतिशत पुरुष, 12.8 प्रतिशत महिलाएं और 21.4 प्रतिशत वयस्क धुआं रहित तंबाकू का उपयोग करते हैं।19.9 करोड़ लोग धुआं रहित तंबाकू का उपयोग करते हैं जिनकी संख्या सिगरेट या बिड़ी का उपयोग करने वाले 10 करोड़ लोगों से कहीं अधिक हैं। सबसे चिंताजनक है कि प्रतिवर्ष देशभर में 10 लाख लोग इससे दम तोड़ रहे है। वंही देशभर में 5500 बच्चे हर दिन तंबाकू सेवन की शुरुआत कर रहें है।और वयस्क होने की आयु से पहले ही तम्बाकू के आदी हो जाते हैं।

टाटा मेमोरियल अस्पताल, मुंबई के प्रोफेसर और सर्जिकल ओन्कोलॉजी डॉ. पंकज चतुर्वेदी, ने कहा कि किसी भी रूप में तम्बाकू का सेवन शरीर के किसी भी हिस्से को इसके हानिकारक प्रभाव से नहीं बचाती। यहां तक कि धुआं रहित तंबाकू प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूपों में भी इसी तरह के दुष्प्रभाव का कारण बनता है। हमारे शरीर के अंगों को सीधे नुकसान पहुंचाने के अलावा, धुआं रहित तम्बाकू का उपभोग करने वाले लोगों में दिल के दौरे के बाद मृत्यु दर में काफी वृद्धि करता है।

तम्बाकू के सभी उत्पादों और रूपों से आने वाले राजस्व की तुलना में सरकार के साथ-साथ समाज का तम्बाकू जनित बीमारियों की रोकथाम और उपचार पर होने वाला स्वास्थ्य पर खर्च कई गुना अधिक है।

संबंध हेल्थ फाउंडेशन (SHF) के ट्रस्टी संजय सेठ ने कहा कि अनुमान है कि सभी कार्डियोवेस्कुलर (CV) रोग का लगभग 10 प्रतिशत का कारण तम्बाकू का उपयोग है।भारत में CV, रोग की बड़ी संख्या को देखते हुए, इसका दुष्प्रभाव बहुत अधिक है। उन्होंने कहा कि जब सरकारें स्वास्थ्य देखभाल सुविधाओं की  स्थापना के लिए बड़े पैमान पर बजट खर्च कर रही हैं, उन्हें रोकथाम की रणनीतियों पर अधिक ध्यान देना चाहिए, जिनमें तम्बाकू उपयोग में कमी करना प्रमुख है।

आज तम्बाकू निषेध दिवस पर हम सबको तंबाकू उत्पादों को अलविदा कहने का संकल्प लेना चाहिए ताकि आने वाले समय में हम इन आंकड़ेां को बदल पाये।





सीनियर फोटोग्राफर एवं
नरेन्द्र कुमार

दिल्ली पुलिस और ओला कंपनी की एक संयुक्त पहल।सुरक्षा स्ट्रीट सैफ लॉन्च किया।

29,मई 2018
नई दिल्ली:-

पुलिस आयुक्त अमूल्य पटनायक,  ने  29, मई 2018 को इंडिया गेट, नई दिल्ली में एक राष्ट्रव्यापी सड़क और सवारी सुरक्षा कार्यक्रम 'स्ट्रीट सेफ' अभियान लॉन्च किया। यह दिल्ली पुलिस और ओला कंपनी की संयुक्त पहल है। इस अभियान के पीछे  तीन मुख्य मुद्दे हैं।यानी ड्रिंकिंग एवं ड्राइविंग, टेक्स्टिंग एवं ड्राइविंग,और ओवर स्पीट,होने पर आम नागरिकों में जागरूकता पैदा करना है। जो सड़क दुर्घटना की मौत के मुख्य कारण पाए जाते हैं। पुलिस आयुक्त द्वारा बाल लॉक स्टिकर के साथ कैब को ध्वजांकित किया गया ताकि यात्रियों को बाल लॉक की जांच और अक्षम करने के लिए याद दिलाया जा सके। यात्रा शुरू होने से पहले, राज्य परिवहन प्राधिकरण (STA) द्वारा कैब  टैक्सियों के लिए एक अनिवार्य कदम है। और महिलाओं एवं यात्रियों को परेशानी की स्थिति में "हिम्मत प्लस ऐप" डाउनलोड करे और परेशानी की स्थिति में इस ऐप का उपयोग करने में आपको मदद मिलेगी।

पुलिस आयुक्त अमूल्य पटनायक, ने कुछ अच्छे कार्य करने वाले ड्राइवर और पुलिस अधिकारियों को भी सम्मानित किया जिन्होंने महिलाओं को परेशानी में मदद की थी।इस कार्यक्रम मे भाग लेने वाले छात्रों ने दिल्ली पुलिस के 'हिम्मत प्लस' ऐप को डाउनलोड किया और ऐप पर परेशानी की घटनाओं की रिपोर्ट करके दिल्ली पुलिस को सतर्क रहने और समर्थन देने का वचन भी लिया।

पुलिस आयुक्त,ने ओला, के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा, "यह एक अनोखी पहल है क्योंकि यह न केवल सड़क पर सुरक्षित यात्रा करेगी, बल्कि महिलाओं की सुरक्षा में योगदान देने में एक महत्वपूर्ण भूमिका बन जाएगी। अन्य कैब एग्रीगेटर्स को भी इस पहल से क्यू लेना चाहिए क्योंकि महिला सुरक्षा दिल्ली पुलिस का प्राथमिक क्षेत्र है। इस संबंध में दिल्ली पुलिस ने कई पहल की हैं, जिसके परिणामस्वरूप महिलाओं के खिलाफ अपराध में काफी कमी आई है।

इस कार्यक्रम में वरिष्ट पुलिस अधिकारी एवं अन्य गणमान्य उपस्थित रहे। Spl, cp संदीप गोयल,(L&O) (North), Spl, cp संजय बनिवाल, (WSA&M)   Spl, cp प्रवीर रंजन, (intelligence) और अन्य वरिष्ठ अधिकारी, प्रणव मेहता, सिटी हेड, दिल्ली NCR, इस अवसर पर दिल्ली के विभिन्न स्कूलों और कॉलेजों के ओला और काउंसलर्स भी उपस्थित थे।


सीनियर फोटोग्राफर एवं रिपोर्टर
नरेन्द्र कुमार

Monday 28 May 2018

पुलिस की मदद से दिल्ली महिला आयोग ने राजौरी गार्डन में एक घरेलू कामगार बच्ची को छुड़ाया गया।

28, मई 2018
नई दिल्ली:-

दिल्ली महिला आयोग ने पुलिस की मदद से एक घर से एक बच्ची को छुड़ाया। स्वयंसेवी संस्था  ('शक्ति वाहिनी') ने दिल्ली महिला आयोग को सूचना दी थी कि दिल्ली में एक नाबालिग बच्ची से जबरन घरेलू काम कराया जा रहा है। वह बच्ची दो साल से झारखंड से लापता थी। झारखंड में इस संबंध में प्राथमिकी पहले से दर्ज है। परिजनों के अनुसार उनकी बच्ची की उम्र 15 साल है। दो साल से लापता बच्ची को राजौरी गार्डन के एक घर में रखकर जबरन घरेलू काम करवाया जा रहा था।

दिल्ली महिला आयोग ने पुलिस के साथ जाकर उस घर से नाबालिग बच्ची को बरामद किया गया। बच्ची को एक प्लेसमेंट एजेंसी द्वारा उस घर में काम पर रखा गया था।

बच्ची ने बताया कि वह उस घर में पिछले दो साल से काम कर रही थी। उसकी आंटी ने उसे वहां रखवाया था। उसके भाई को इसके लिए 10,हजार रुपये मिले थे। बच्ची के अनुसार उसे कभी कोई पैसे नहीं मिले। उसे मोहन नगर के एक अन्य घर में भी काम करने को विवश किया गया था। उसका पैतृक गांव झारखंड के गुमला जिले में है।

उस बच्ची से काम कराने वाले गृहस्वामी के अनुसार प्लेसमेंट एजेंसी ने दो साल के लिए कुल एक लाख रुपये लेकर उस बच्ची को काम पर रखवाया था। हालाँकि इस संबंध में वह कोई दस्तावेज प्रस्तुत नहीं कर पाए।

यह मामला स्थानीय पुलिस में दर्ज कराकर बच्ची को बाल कल्याण समिति के पास भेज दिया गया। बाल कल्याण समिति ने बच्ची को शेल्टर होम में रखने तथा उसकी उम्र की जांच करने का निर्देश दिया है। CWC ने आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई का भी निर्देश दिया है।

दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल जयहिंद, ने कहा "इस मामले की प्राथमिकी में बंधुआ मजदूरी अधिनियम तथा ITPA एक्ट के तहत धाराएं दर्ज करते हुए। कठोर कार्रवाई की जाए। झारखंड के अभावग्रस्त इलाकों से लगातार बच्चियों को दिल्ली लाकर जबरन काम कराया जा रहा है। चाइल्ड ट्रैफिकिंग से जुड़ी हुई ऐसी प्लेसमेंट एजेंसियों के खिलाफ  कठोर कार्रवाई की जानी चाहिए ताकि ऐसे अपराधों को समाप्त किया जा सके।



सीनियर फोटोग्राफर एवं रिपोर्टर
नरेन्द्र कुमार

Sunday 27 May 2018

NDMC स्कूल और सरकार के बीच ("एक भारत श्रेष्ठ भारत")के तहत एक्सचेंज प्रोग्राम।

26,मई 2018
नई दिल्ली:-

भारत सरकार ने एक कार्यक्रम की शुरुआत की "एक भारत श्रेष्ठ भारत" शुरू किया है जिसके अंतर्गत देश में हर राज्य और केंद्र शासित प्रदेश को एक अन्य राज्य, संघ राज्य क्षेत्र के साथ जोड़ा जाता है जिसके अंतर्गत वे कलाकारों और छात्रों को भाषा के क्षेत्र में एक-दूसरे के साथ संरचित  करने के लिए आदान-प्रदान करते हैं।
साहित्य, व्यंजन, सांस्कृतिक कार्यक्रम, शैक्षणिक प्रथा आदि इसी तरह, NDMC ने 2018 में सिक्किम सरकार के साथ शुरुआत में छात्रों के आदान-प्रदान के लिए एक एक्सचेंज प्रोग्राम आयोजित करने का निर्णय लिया। एक्सचेंज प्रोग्राम के तहत  सिक्किम जाने से छात्रों और शिक्षकों के लिए  NDMC,और नवयुग स्कूलों के छात्रों और शिक्षकों को भेजेगा।

यह विनिमय कार्यक्रम एक-दूसरे के राज्यों का दौरा करके छात्रों के अनुभव और ज्ञान को समृद्ध करेगा। शिक्षकों के साथ छात्र अन्य राज्य के स्कूल में सीखने के शिक्षण के सर्वोत्तम अभ्यासों का पालन करेंगे। यह विनिमय कार्यक्रम छात्रों को अन्य राज्यों के इतिहास और संस्कृति का अनुभव करने का मौका और पर्यावरण प्रदान करेगा। इससे प्रतिभागियों की समझ और अन्य संस्कृतियों की सहिष्णुता में वृद्धि होगी और साथ ही साथ उनके भाषा कौशल में सुधार होगा और उनके सामाजिक क्षितिज को विस्तारित किया जाएगा।

इस कार्यक्रम के तहत, सिक्किम के 15 छात्र और  3 शिक्षक अधिकारी, 24 मई, 2018 से 31.05.2018 तक  NDMC का दौरा कर रहे हैं। दिल्ली में उनके 8 दिनों के दौरान, वे NDMC स्कूल, ऐतिहासिक स्थानों और दिल्ली में राष्ट्रीय महत्व के स्थानों पर जाएंगे। ऐतिहासिक स्मारक भवन, राष्ट्रपति भवन, गांधी स्मृति, और अम्बेडकर मेमोरियल, की यात्रा निश्चित रूप से दिल्ली शहर और इसकी समृद्ध विरासत संस्कृति के बारे में अपने ज्ञान को समृद्ध करेंगे।

और 18.06.2018 से 10.06.2018 तक सिक्किम जाने वाले शिक्षकों  अधिकारियों के साथ 18 छात्र। सिक्किम जाने वाले NDMC, और नवयुग स्कूल के छात्र और शिक्षक सिक्किम के सर्वोत्तम शैक्षिक प्रथाओं का पालन करेंगे और वहां ऐतिहासिक स्थानों पर जाकर सिक्किम की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत से परिचित होंगे।

दिल्ली में सिक्किम के छात्रों ने आज गृहमंत्री राजनाथ से मिलने उनके आवास 17 अकबर रोड, नई दिल्ली में मुलाकात की। सिक्किम के छात्र केंद्रीय गृह मंत्री को देखने के लिए काफी उत्साहित थे। गृह मंत्री ने इन छात्रों से बातचीत करते हुए दिल्ली यात्रा के अपने अनुभव के बारे में पूछताछ की। छात्रों ने माननीय गृहमंत्री के साथ बहुत उत्साह के साथ अपने अनुभव साझा किए और कहा कि यह उनके लिए भारत के राजधानी शहर की यात्रा करने और केंद्रीय गृह मंत्री से मिलने के लिए एक जीवन का अनुभव है।

जिसे वे अपने पूरे जीवन के लिए पसंद करेंगे। कक्षा नोवी के छात्र मास्टर आशीष डांगल, ने कहा "आठवीं कक्षा में हमने विविधता में एकता के बारे में सीखा लेकिन हमारे पास सैद्धांतिक ज्ञान था। जब हम यहां आए और लोगों की आतिथि देखी, तो हम उनकी ओर  बड़े ध्यान से देखते थे, जब हम एकता और विविधता को समझते थे। "अपने अनुभव को साझा करते हुए सुश्री प्रसिस राय,एक कक्षा-दसवीं के छात्र ने कहा," यह अनुभव पूरी तरह से जीवन का अनुभव है। हालांकि हम एक ही देश में रह रहे हैं। लेकिन हम अन्य राज्यों की संस्कृति, परंपरा और महत्वपूर्ण स्थानों से पूरी तरह से अनजान थे। यह दिल्ली की मेरी पहली यात्रा है। जहां मैं सब कुछ यहाँ पे देख सकता हूँ  दिल्ली उसके लिए एक तरह का वंडरलैंड है। हालांकि यहा बहुत गर्मी है। लेकिन मैं अभी भी आनंद ले रहा हूं। माननीय गृहमंत्री,और सरकार के लिए धन्यवाद। और NDMC की इस तरह की पहल करने के लिए भी धन्यवाद।

"केंद्रीय गृह मंत्री ने सिक्किम के युवा छात्रों को अपने भविष्य के जीवन और करियर के लिए शुभकामनाएं दीं।

NDMC, ने विभिन्न राज्यों के साथ हर साल इस कार्यक्रम को जारी रखने का फैसला किया है। 2017 में  NDMC ने अंतरराष्ट्रीय छात्रों के लिए बेल्जियम में 6 छात्रों और 4 शिक्षकों को नियुक्त किया। इस तरह के विनिमय कार्यक्रम देश के छात्रों और युवा पीढ़ी के बीच एकता और अखंडता को बढ़ावा देने के लिए एक लंबा सफर तय करेंगे।


सीनियर फोटोग्राफर एवं रिपोर्टर
नरेन्द्र कुमार

Sunday 20 May 2018

"लव कुश"रामलीला कमेटी, दशहरा पर्व 19, अक्टूबर को घोषित: 10,अक्टूबर प्रधम नवरात्र से होगा रामलीलाओं का श्री गणेश,

20, मई 2018
नई दिल्ली:-

कॉन्स्टिट्यूशन क्लब में "लवकुश" रामलीला कमेटी के द्वारा प्रेस कॉन्फ्रेंस की गई।

लवकुश रामलीला कमेटी के प्रधान अशोक अग्रवाल, तथा सचिव अर्जुन कुमार, ने कहा राजधानी दिल्ली में रामलीला का श्री गणेश 10,अक्टूबर से होगा और  19,अक्टूबर को दशहरा पर्व मनाया जाएगा। जबकि  20,अक्टूबर को प्रभु राम राजतिलक के साथ दशहरा पर्व का समापन होगा।

लवकुश रामलीला कमेटी के प्रधान अशोक अग्रवाल, और सचिव अर्जुन कुमार, ने आज पत्रकारों से वार्तालाप के दौरान बताया कि  लव-कुश रामलीला मैदान पर गणेश पूजन के साथ शिव विवाह का मनोहारी प्रदर्शन होगा।

लाल किला मैदान में प्रतिदिन पांच घंटे की लीला होगी और विश्व के इतिहास में पहला मैदान है। जहां पर  11 दिनों में 55 घंटे लीला का मंचन होगा।

पत्रकारों से वार्तालाप करते हुए अशोक अग्रवाल, ने बताया कि इस साल भी मुम्बई फ़िल्म जगत के अभिनेता और अभिनेत्रियां लीला मंचन में भाग लेगी। फिल्म अभिनेता शाहबाद खान रावण, की भूमिका निभाएंगे और बिन्दु दारा सिंह हनुमान, का किरदार निभाते नजर आएंगे। राकेश बेदी सुग्रीव, और शंकर साहनी गुरू वशिष्ट, शीना सुमित्रा, के रोल में दिखाई देंगी।

दिल्ली भाजपा के प्रदेश महामंत्री कुलजीत सिंह चहल अंगद, के रोल में रावण दरबार में पांव जमाते दिखाई देंगे। इसी क्रम में फिल्म अभिनेत्री अमिता नागिया रावण की पत्नी मंदोदरी की भूमिका निभाती नजर आयेंगी।उन्होंने यह भी कहा कि इस बार भी देश-विदेश में लीला का टीवी दवारा सीधा प्रसारण होगा।



सीनियर फोटोग्राफर एवं रिपोर्टर
नरेन्द्र कुमार

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