Tuesday 25 August 2020

महिला आयोग ने 32 वर्षीय पीड़ित महिला को करवाया रेस्क्यू। पति ने जंजीरों से बांधकर रखा था,11साल पहले हुई थी शादी।

25 अगस्त 2020

नरेन्द्र कुमार


नई दिल्ली: DCW दिल्ली महिला आयोग ने त्रिलोक पुरी इलाके से एक 32 वर्षीय महिला को रिहा करवाया। महिला को पिछले 6 महीनों से ज़ंजीरो से बांधकर रखा गया था। आयोग की महिला पंचायत को एक ग्राउंड वालंटियर के ज़रिए जानकारी मिली कि त्रिलोकपुरी के एक घर में महिला को जंजीर से बांधकर रखा गया है। सूचना मिलते ही आयोग की सदस्या फिरदौस खान ने मामले की सूचना अध्यक्षा स्वाति मालीवाल को दी जिसके बाद स्वाति ने तुरन्त महिला को रेस्क्यू करवाने के लिए टीम का गठन करवाया।
स्वाति मालीवाल के नेतृत्व में आयोग की मेम्बर फ़िरदौस खान एवं किरण नेगी पुलिस के साथ दिए गए पते पर पहुंची तो वहां दी गयी जानकारी सही पाई गई। टीम ने देखा कि घर के बरामदे में एक महिला जंजीर से बंधी ज़मीन पर बैठी हुई थी। उससे बात करने पर उसने बताया कि उसे उसके पति ने 6 महीने से चेन से बांधकर रखा गया है। महिला की हालत बेहद खराब थी एवं उसके कपड़े फटे हुए थे।

जहां उन्हें रखा हुआ था वहाँ कोई पंखा तक नही था और बहुत बदबू थी क्यूँकि उन्हें बाथरूम तक नही जाने दिया जाता था। महिला ने बताया कि उसके विवाह को 11 साल हो गए हैं और उसके 3 बच्चे हैं। महिला को इतनी बुरी तरह से मारा पीटा जाता रहा और टॉर्चर करा गया कि उसका मानसिक स्वास्थ्य भी खराब हो गया है। 

मिली जानकारी के अनुसार पीड़िता का पति घर के पास ही एक आटे की चक्की चलाता है। पूछताछ में ये भी पता चला कि महिला की मानसिक स्तिथि पहले ठीक थी और पति द्वारा की गई प्रताड़ना के कारण उसके मानसिक स्वास्थ्य पर गहरा असर पड़ा। महिला के 3 बच्चे भी हैं जिनके साथ भी अक्सर मारपीट की जाती है। जब टीम ने बच्चों से बात की तो उन्होंने बताया की उनके पापा उनकी माँ को बहुत मारते हैं और चैन से बांध के रखते हैं। 

दिल्ली महिला आयोग ने तुरन्त ही महिला के पैर में बंधी बेड़ियां खोली और उसे वहां से रेस्क्यू करवाया। पीड़िता को घर से निकलवाकर IHBAS में शिफ्ट करवाने की प्रक्रिया शुरू की गई है और मामले में FIR दर्ज करवाई जा रही है। दिल्ली महिला आयोग महिला को बेहतर से बेहतर इलाज दिलवाने का प्रयास कर रहा है एवं मामले में कड़ी से कड़ी कार्यवाई सुनिश्चित करेगा। 

दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्षा स्वाति मालीवाल ने कहा, “हमें इस मामले की शिकायत अपने ग्राउंड पर काम कर रही महिला पंचायत के जरिए मिली। सूचना मिलते ही आयोग की सदस्य फिरदौस खान और किरण नेगी के साथ मैं दिए गए पते पर पहुंची तो महिला की हालत देखकर स्तब्ध रह गयी।

महिला के पैर ज़ंजीरो से बांधे गए थे एवं उसे बहुत ही बुरे हाल में रखा गया था। महिला के साथ इस प्रकार की प्रताड़ना की गई कि उसकी मानसिक स्तिथि भी बिगड़ गयी है। हमने महिला को रिहा करवाया और अब उसके इलाज और पुनर्वास के ऊपर काम कर रहे हैं, साथ ही  गुनहगार पति पर भी FIR करवाने जा रहे हैं। ऐसी अमानवीय घटनाएं देखकर दिल टूट जाता है।”

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