26 जून, 2019
सीनियर फोटोग्राफर एवं रिपोर्टर
नरेन्द्र कुमार
नई दिल्ली: दिल्ली देहात के बवाना क्षेत्र के गांव कुतुबगढ़ में अब जोहड़/तालाब में पानी की आपूर्ति गांव में ही उपयोग हुए अवजल को साफ बनाकर की जाएगी। जल्द ही यह परियोजना शुरू हो जाएगी। केन्द्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग और लघु एवं मध्यम उधोग मंत्री नितिन गडकरी, ने बुधवार को कुतुब गढ़ में खादी और ग्रामोद्योग आयोग (केवीआईसी) द्वारा आयोजित स्वच्छ भारत अभियान के समारोह में इस परियोजना का शिलान्यास किया।
इस मौके पर लघु एवं मध्यम उधोग राज्यमंत्री प्रताप चंद सारंगी, और नई दिल्ली से सांसद मीनाक्षी लेखी, तथा मंत्रालय के सचिव अरूण कुमार पांडा, भी मौजूद थे। दिल्ली देहात में कार्यरत समाज सेवी संस्था यूनिटी फॉर डवलपमेंट के अध्यक्ष आनंद राणा ने इस परियोजना का स्वागत करते हुए दिल्ली देहात के गांवों में मौजूद जोहड़/तालाबों के लिए इस परियोजना की जरूरत जतायी है। उन्होंने कहा कि अगर गांव के घरों में हर रोज उपयोग होने वाले पानी का निकास इस परियोजना के जरिये स्वच्छ करके जोहड़ों/तालाबों में कर दिया जाए तो इससे दिल्ली में विकराल रूप से रसातल में पहुंच चुके भूजल का स्तर ऊपर उठाने में मदद मिलेगी। साथ ही पालतू मवेशियों के लिए पानी की समस्या का भी समाधान हो सकेगा।
राणा ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से मांग की है। कि दिल्ली देहात के कम से कम 500 तालाबों में प्रथम चरण में यह योजना लागू की जाए। उन्होंने कहा कि पानी के अभाव में सूख चुके तालाबों पर अवैध कब्जों के चलते अतिक्रमण एक बड़ी समस्या बन चुका है। इस तरह की परियोजनाएं तालाबों में लागू होने से भूजल स्तर में सुधार होगा, पौधारोपण से प्रदूषण की समस्या कम होगी साथ ही कूड़ाघर बनते जा रहे तालाबों को नया जीवन मिल सकेगा।
सीनियर फोटोग्राफर एवं रिपोर्टर
नरेन्द्र कुमार
नई दिल्ली: दिल्ली देहात के बवाना क्षेत्र के गांव कुतुबगढ़ में अब जोहड़/तालाब में पानी की आपूर्ति गांव में ही उपयोग हुए अवजल को साफ बनाकर की जाएगी। जल्द ही यह परियोजना शुरू हो जाएगी। केन्द्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग और लघु एवं मध्यम उधोग मंत्री नितिन गडकरी, ने बुधवार को कुतुब गढ़ में खादी और ग्रामोद्योग आयोग (केवीआईसी) द्वारा आयोजित स्वच्छ भारत अभियान के समारोह में इस परियोजना का शिलान्यास किया।
इस मौके पर लघु एवं मध्यम उधोग राज्यमंत्री प्रताप चंद सारंगी, और नई दिल्ली से सांसद मीनाक्षी लेखी, तथा मंत्रालय के सचिव अरूण कुमार पांडा, भी मौजूद थे। दिल्ली देहात में कार्यरत समाज सेवी संस्था यूनिटी फॉर डवलपमेंट के अध्यक्ष आनंद राणा ने इस परियोजना का स्वागत करते हुए दिल्ली देहात के गांवों में मौजूद जोहड़/तालाबों के लिए इस परियोजना की जरूरत जतायी है। उन्होंने कहा कि अगर गांव के घरों में हर रोज उपयोग होने वाले पानी का निकास इस परियोजना के जरिये स्वच्छ करके जोहड़ों/तालाबों में कर दिया जाए तो इससे दिल्ली में विकराल रूप से रसातल में पहुंच चुके भूजल का स्तर ऊपर उठाने में मदद मिलेगी। साथ ही पालतू मवेशियों के लिए पानी की समस्या का भी समाधान हो सकेगा।
राणा ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से मांग की है। कि दिल्ली देहात के कम से कम 500 तालाबों में प्रथम चरण में यह योजना लागू की जाए। उन्होंने कहा कि पानी के अभाव में सूख चुके तालाबों पर अवैध कब्जों के चलते अतिक्रमण एक बड़ी समस्या बन चुका है। इस तरह की परियोजनाएं तालाबों में लागू होने से भूजल स्तर में सुधार होगा, पौधारोपण से प्रदूषण की समस्या कम होगी साथ ही कूड़ाघर बनते जा रहे तालाबों को नया जीवन मिल सकेगा।
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