17 जुलाई, 2019
सीनियर फोटोग्राफर एवं रिपोर्टर
नरेन्द्र कुमार
नई दिल्ली: राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण बिल (संशोधन) 2019 को राज्यसभा में सर्वानुमति से आज मंज़ूरी दी गई। केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा दुनिया में जहाँ भी भारतीयों के खिलाफ आतंकवादी हमला होगा, NIA जांच कर सकेगी।
केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने कहा आतंकवाद के खिलाफ कार्रवाई करने वाली एजेंसी को और ताकत देने की बात हो तो सदन को एक मत होना चाहिये और इस पर किसी प्रकार की राजनीति नहीं होनी चाहिये। सदन को आश्वस्त करते हुए गृह मंत्री ने कहा नरेंद्र मोदी सरकार NIA का कभी दुरुपयोग नहीं करेगी।
केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि NIA की कार्य कुशलता पर सवाल नहीं उठाना चाहिए क्योंकि 30 जून 2019 तक NIA ने 272 केस रजिस्टर किए हैं। उनमें से 199 पर चार्जशीट दाखिल की जा चुकी है। 51 मामलों में फैसला सुनाया जा चुका है जिनमें 46 मामलों में अभियुक्तों को सजा हुई है।
गृहमंत्री अमित शाह ने सदन में कहा समझौता ब्लास्ट में कुछ लोगों को पकड़ा गया था, भारत के अलावा अमेरिकन एजेंसियों ने भी कहा कि इन लोगों ने समझौता ब्लास्ट किया किंतु पकड़े गए लोगों को छोड़ा गया, उसके बाद कुछ निर्दोष लोगों को पकड़ा गया। क्या इन निर्दोष लोगों तथा उनके परिवारों के मानव अधिकार नहीं थे।
सीनियर फोटोग्राफर एवं रिपोर्टर
नरेन्द्र कुमार
नई दिल्ली: राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण बिल (संशोधन) 2019 को राज्यसभा में सर्वानुमति से आज मंज़ूरी दी गई। केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा दुनिया में जहाँ भी भारतीयों के खिलाफ आतंकवादी हमला होगा, NIA जांच कर सकेगी।
केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने कहा आतंकवाद के खिलाफ कार्रवाई करने वाली एजेंसी को और ताकत देने की बात हो तो सदन को एक मत होना चाहिये और इस पर किसी प्रकार की राजनीति नहीं होनी चाहिये। सदन को आश्वस्त करते हुए गृह मंत्री ने कहा नरेंद्र मोदी सरकार NIA का कभी दुरुपयोग नहीं करेगी।
केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि NIA की कार्य कुशलता पर सवाल नहीं उठाना चाहिए क्योंकि 30 जून 2019 तक NIA ने 272 केस रजिस्टर किए हैं। उनमें से 199 पर चार्जशीट दाखिल की जा चुकी है। 51 मामलों में फैसला सुनाया जा चुका है जिनमें 46 मामलों में अभियुक्तों को सजा हुई है।
गृहमंत्री अमित शाह ने सदन में कहा समझौता ब्लास्ट में कुछ लोगों को पकड़ा गया था, भारत के अलावा अमेरिकन एजेंसियों ने भी कहा कि इन लोगों ने समझौता ब्लास्ट किया किंतु पकड़े गए लोगों को छोड़ा गया, उसके बाद कुछ निर्दोष लोगों को पकड़ा गया। क्या इन निर्दोष लोगों तथा उनके परिवारों के मानव अधिकार नहीं थे।
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