21 अक्टूबर 2018
नई दिल्ली: किग्जवे कैम्प स्थित नई पुलिस लाइन मैदान में शहीद साथियों की याद में शोक परेड का आयोजन किया गया। प्रत्येक वर्ष दिल्ली पुलिस 21 अक्टूबर को शहीदी दिवस के रूप में आयोजित करती है। जिसमें उन शहीदों का स्मरण किया जाता है जिन्होंने राष्ट्र की सुरक्षा करते हुए अपने प्राणों की आहुति दी है।
इस मौके पर पुलिस आयुक्त अमूल्य पटनायक, ने देश के अर्धसैनिक पुलिस संगठनों और पुलिस बलों के शहीद पुलिसकर्मियों की संख्या उद्घोषित की। गतवर्ष 1 सितम्बर 2017 से 31 अगस्त 2018 तक अर्धसैनिक पुलिस संगठनों एवं पुलिस बलों के कुल 414 अधिकारियों एवं कर्मियों ने डयूटी के दौरान अपने कार्य कर्तव्य को निभाते हुए अपने प्राणों का बलिदान देकर अन्य साथियों के समक्ष अनुकरणीय उदाहरण प्रस्तुत किये हैं।
गतवर्ष कर्तव्य की वेदी पर शहीद हुए "दिल्ली पुलिस" के 13 शहीद पुलिसकर्मियों में शमिल हैं। एसआई खजान, (दक्षिण-पश्चिमी जिला), एएसआई धर्मबीर सिंह, (दक्षिण-पश्चिमी जिला), एएसआई गणेश दास कर्दम, (पश्चिमी जिला), एएसआई अशोक कुमार, (डीएपी), एएसआई ओमपाल सिंह, (उतर-पूर्वी जिला), एएसआई महाबीर सिंह, (यातायात), हेडकां0 रोहित नायब,(दक्षिण-पूर्वी जिला), हेडकां0 बिनोद उर्फ विनोद कुमार, (डीएपी), कां0 अमरपाल, (दक्षिण-पश्चिमी जिला), कां0 भूप सिंह,(दक्षिण-पश्चिमी जिला), कां0 विरेन्द्र सिंह मलिक, (उतर-पश्चिमी जिला), कां0 बिनेश कुमार, (यातायात) तथा कां0 यशबीर सिंह, (यातायात)।
इस शहीद दिवस कार्यक्रम के अवसर पर भूतपूर्व पुलिस आयुक्त टी आर कक्कड़, बी के गुप्ता, बी एस बस्सी, नीरज कुमार एवं दिल्ली पुलिस के वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने शहीद स्मारक स्थल पर रखी "शहीदी पुस्तिका’’ पर पुष्पाजंलि अर्पित की तथा शहीदों की याद में दो मिनट का मौन धारण किया।
आज से 59 वर्ष आज ही के दिन वर्ष 1959 में भारतीय पुलिस दल की एक छोटी टुकड़ी लद्दाख क्षेत्र में मातृभूमि की रक्षा के लिए तैनात थी। वहीं एक पहाड़ी पर छिपे चीनी सैनिकों के एक भारी दस्ते ने घात लगा कर पुलिस टुकड़ी पर आक्रमण कर दिया। देश के शत्रुओं का सामना करते हुए भारतीय पुलिस दल के 10 जवान उस मुठभेड़ में वीरगति को प्राप्त हुए। तब से प्रत्येक वर्ष हम उन शहीदों को आज के दिन याद करते हैं। साथ ही देश की सेवा में गतवर्ष प्राण न्यौछावर करने वाले हर पुलिसकर्मी को अपनी श्रद्वाजंलि अर्पित करते हैं। 21 अक्टूबर का दिन सभी केंद्रीय पुलिस संगठनों और राज्यों की पुलिस द्वारा ‘‘शहीदी दिवस’’ के रूप में मनाया जाता है।
सीनियर फोटोग्राफर
नरेन्द्र कुमार
नई दिल्ली: किग्जवे कैम्प स्थित नई पुलिस लाइन मैदान में शहीद साथियों की याद में शोक परेड का आयोजन किया गया। प्रत्येक वर्ष दिल्ली पुलिस 21 अक्टूबर को शहीदी दिवस के रूप में आयोजित करती है। जिसमें उन शहीदों का स्मरण किया जाता है जिन्होंने राष्ट्र की सुरक्षा करते हुए अपने प्राणों की आहुति दी है।
इस मौके पर पुलिस आयुक्त अमूल्य पटनायक, ने देश के अर्धसैनिक पुलिस संगठनों और पुलिस बलों के शहीद पुलिसकर्मियों की संख्या उद्घोषित की। गतवर्ष 1 सितम्बर 2017 से 31 अगस्त 2018 तक अर्धसैनिक पुलिस संगठनों एवं पुलिस बलों के कुल 414 अधिकारियों एवं कर्मियों ने डयूटी के दौरान अपने कार्य कर्तव्य को निभाते हुए अपने प्राणों का बलिदान देकर अन्य साथियों के समक्ष अनुकरणीय उदाहरण प्रस्तुत किये हैं।
गतवर्ष कर्तव्य की वेदी पर शहीद हुए "दिल्ली पुलिस" के 13 शहीद पुलिसकर्मियों में शमिल हैं। एसआई खजान, (दक्षिण-पश्चिमी जिला), एएसआई धर्मबीर सिंह, (दक्षिण-पश्चिमी जिला), एएसआई गणेश दास कर्दम, (पश्चिमी जिला), एएसआई अशोक कुमार, (डीएपी), एएसआई ओमपाल सिंह, (उतर-पूर्वी जिला), एएसआई महाबीर सिंह, (यातायात), हेडकां0 रोहित नायब,(दक्षिण-पूर्वी जिला), हेडकां0 बिनोद उर्फ विनोद कुमार, (डीएपी), कां0 अमरपाल, (दक्षिण-पश्चिमी जिला), कां0 भूप सिंह,(दक्षिण-पश्चिमी जिला), कां0 विरेन्द्र सिंह मलिक, (उतर-पश्चिमी जिला), कां0 बिनेश कुमार, (यातायात) तथा कां0 यशबीर सिंह, (यातायात)।
इस शहीद दिवस कार्यक्रम के अवसर पर भूतपूर्व पुलिस आयुक्त टी आर कक्कड़, बी के गुप्ता, बी एस बस्सी, नीरज कुमार एवं दिल्ली पुलिस के वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने शहीद स्मारक स्थल पर रखी "शहीदी पुस्तिका’’ पर पुष्पाजंलि अर्पित की तथा शहीदों की याद में दो मिनट का मौन धारण किया।
आज से 59 वर्ष आज ही के दिन वर्ष 1959 में भारतीय पुलिस दल की एक छोटी टुकड़ी लद्दाख क्षेत्र में मातृभूमि की रक्षा के लिए तैनात थी। वहीं एक पहाड़ी पर छिपे चीनी सैनिकों के एक भारी दस्ते ने घात लगा कर पुलिस टुकड़ी पर आक्रमण कर दिया। देश के शत्रुओं का सामना करते हुए भारतीय पुलिस दल के 10 जवान उस मुठभेड़ में वीरगति को प्राप्त हुए। तब से प्रत्येक वर्ष हम उन शहीदों को आज के दिन याद करते हैं। साथ ही देश की सेवा में गतवर्ष प्राण न्यौछावर करने वाले हर पुलिसकर्मी को अपनी श्रद्वाजंलि अर्पित करते हैं। 21 अक्टूबर का दिन सभी केंद्रीय पुलिस संगठनों और राज्यों की पुलिस द्वारा ‘‘शहीदी दिवस’’ के रूप में मनाया जाता है।
सीनियर फोटोग्राफर
नरेन्द्र कुमार
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