Thursday 23 September 2021

गंगा संरक्षण के साथ जन-जन में सामूहिक चेतना लाने का कार्यक्रम है नमामि गंगे.....जल शक्ति राज्य मंत्री बिश्वेश्वर टुडू

24 सितंबर,2021



नई दिल्ली: गंगा नदी और उसके बेसिन के समग्र कायाकल्प के लिए प्रमुख एजेंसियों और कार्यक्रमों के बीच बेहतर समन्वय सुनिश्चित करने के लिए कई केंद्रीय मंत्रालयों, राज्य सरकारों और विभागों के साथ माननीय जल शक्ति राज्य मंत्री बिश्वेश्वर टुडू की अध्यक्षता में एम्पावर्ड टास्क फोर्स की बैठक आयोजित की गई।कार्यक्रम में कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय के हवाले से बताया गया कि जैविक खेती और कृषि वानिकी के तहत कुल क्षेत्रफल अब 23,840 हेक्टेयर से बढ़कर 1,03,780 हेक्टेयर हो चुका है। इसमें उत्तराखंड में जैविक खेती के लिए 50,840 हेक्टेयर, उत्तर प्रदेश में 42,180 हेक्टेयर, बिहार में 16,060 हेक्टेयर और झारखंड में गंगा के किनारे 4,540 हेक्टेयर के क्षेत्र शामिल हैं। मंत्रालय ने बताया कि हम यह सुनिश्चित करने के लिए भी काम कर रहे है कि जैविक खेती को अपनाने से किसानों की आय में वृद्धि हो, पानी के उपयोग में सुधार हो और फसल विविधीकरण हो। यही नहीं, सबंधित राज्य अब गंगा के किनारे जैविक कृषि उत्पादों के लिए नमामि गंगे ब्रांड का भी उपयोग कर रहे हैं।पर्यटन मंत्रालय ने जानकारी देते हुए बताया कि हरिद्वार में गंगा म्यूज़ियम शुरू किया जा चुका है, जबकि ऋषिकेश म्यूज़ियम उद्घाटन के लिए तैयार है। इसके अलावा पटना म्यूज़ियम को भी मंजूरी दी जा चुकी है। मंत्रालय ने बताया कि उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड और बिहार में गंगा के किनारे टूरिस्ट सर्किट विकसित करने पर भी काम किया जा रहा है। इसके तहत कुल 38 जिलों के लिए स्थापत्य, सांस्कृतिक और प्राकृतिक मानचित्रण संबंधी रिपोर्ट सौंपी जा चुकी है।

वहीं, बिहार अपने 'राज्य जैविक मिशन' के तहत जैविक उत्पादों के उत्पादन और विपणन को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध है। उत्तर प्रदेश राज्य की तरफ से बताया गया कि वे शहरी क्षेत्रों में जैविक वृक्षारोपण को बढ़ावा देने पर काम कर रहे हैं। बताया गया कि लोगों को जैविक उत्पाद खरीदने के लिए प्रोत्साहित करने के लिए शहरी आवासीय कॉलोनियों में मंडियां (आउटलेट) विकसित किए जा रहे हैं उत्तराखंड ने चार धाम यात्रा के साथ जैविक उत्पादों को बढ़ावा देने के लिए 20 बड़े और 410 छोटे आउटलेट शुरू किए हैं।

तो वहीं, झारखंड सरकार ने राज्य में विशेष रूप से गंगा के किनारे जैविक खेती को बढ़ावा देने के लिए ऑर्गेनिक फ़ार्मिंग अथॉरिटी ऑफ झारखंड की स्थापना की है। इसके अलावा, पश्चिम बंगाल ने सुंदरबन क्षेत्र में बड़े पैमाने पर वृक्षारोपण अभियान शुरू किया है। इसके तहत 3 जिलों के 10 हजार एकड़ जमीन में करीब 15 करोड़ पेड़ लगाए जाएंगे।

बैठक को संबोधित करते हुए  बिश्वेश्वर टुडू ने कहा कि नमामि गंगे न केवल गंगा की सफाई का कार्यक्रम है, बल्कि जन-जन में सामूहिक चेतना लाने का भी कार्यक्रम है। इसलिए माँ गंगा कोअविरल और निर्मल बनाने के लिए सभी केंद्रीय और राज्य मंत्रालयों को एक साथ आना होगा।

बैठक में मुख्य रूप से जल शक्ति मंत्रालय के सचिव पंकज कुमार, एनएमसीजी के महानिदेशक राजीव रंजन मिश्रा, एनएमसीजी के ईडी (फाइनेंस) रोजी अग्रवाल, एनएमसीजी  के ईडी (प्रोग्राम) अशोक कुमार सिंह और एनएमसीजी के ईडी (टेक्निकल ) डी.पी. मथुरिया शामिल रहे।
                          डॉ० जसबीर आर्य,
मीडिया परामर्शक, जल संसाधन विकास मंत्रालय भारत सरकार,

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