Thursday 1 August 2019

"दिल्ली महिला आयोग" ने उन्नाव मामले में मुख्य न्यायाधीश श्री गोगोई द्वारा किये गए ऐतिहासिक निर्णय का स्वागत किया।

1अगस्त,2019

सीनियर फोटोग्राफर एवं रिपोर्टर
नरेन्द्र कुमार


नई दिल्ली: "दिल्ली महिला आयोग" की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने आज माननीय सर्वोच्च न्यायालय द्वारा उन्नाव मामले में लिए गए निर्णयों का स्वागत किया।  माननीय मुख्य न्यायाधीश रंजन गोगोई ने उन्नाव मामले में हाल के घटनाक्रम का संज्ञान लिया। जिसमें बलात्कार के आरोपी विधायक कुलदीप सेंगर ने योजना बनाकर बलात्कार पीड़िता, उसके परिवार और उसके वकील के ऊपर रविवार को जानलेवा हमला करवाया। इस हमले में उसकी चाची और मौसी की मौके पर ही मौत हो गई। जबकि पीड़िता और उसके वकील फिलहाल लखनऊ के एक सरकारी अस्पताल में जिंदगी और मौत से जूझ रहे हैं।


आयोग की अध्यक्ष ने सोमवार को लखनऊ में पीड़िता से मुलाकात की और तब से लखनऊ में डेरा डाले हुए हैं। उनकी प्रमुख मांगें यह थीं-
• बेहतर इलाज के लिए लड़की को दिल्ली ले जाने के लिए एयरलिफ्ट करवाया जाए
• बलात्कार के आरोपी विधायक को उत्तर प्रदेश विधानसभा और साथ ही भाजपा से निष्कासित किया जाए
• पीड़िता को उचित मुआवजा दिया जाए
• निष्पक्ष मुकदमे के लिए सभी मामलों को दिल्ली स्थानांतरित किया जाए।
सोमवार से उपर्युक्त मांगों पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और उत्तर प्रदेश के राज्यपाल से बार-बार अनुरोध किए जाने के बावजूद,भी कोई कार्रवाई नहीं की गई और सभी मांगें अनसुनी कर दी गईं। आज माननीय सर्वोच्च न्यायालय ने मामले का संज्ञान लिया और निम्नलिखित आदेश देकर मामले में उत्तर प्रदेश सरकार के आचरण पर गंभीर रूप से फटकार लगाई:

1.पीड़िता और उसके परिवार को 25 लाख रुपये का अंतरिम मुआवजा देने का आदेश
2.पीड़िता, उसके परिवार और उसके वकील के परिवार को CRPF द्वारा सुरक्षा प्रदान करना
3.सभी मामलों को उत्तर प्रदेश से दिल्ली स्थानांतरित करने का आदेश दिया और  और ट्रायल कोर्ट को चार्जशीट जमा करने की तारीख से 45 दिनों में मुकदमे को पूरा करने का निर्देश दिया
4.CBI को सड़क दुर्घटना, हमले के मामले में 7 दिनों के भीतर जांच समाप्त करने के निर्देश
5.लड़की को बेहतर इलाज के लिए दिल्ली एयरलिफ्ट करवाने के बारे में पीड़िता की मां के विचार जानना।
6.बेहतर इलाज के लिए पीड़ित को दिल्ली ले जाने की अनुमति देना।

आयोग ने आज अदालत द्वारा पास किए गए आदेशों के लिए भारत के माननीय मुख्य न्यायाधीश को धन्यवाद दिया और उम्मीद जाहिर की कि अब पीड़िता को न्याय जरूर मिलेगा।


"दिल्ली महिला आयोग" की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने आज के घटनाक्रम को उत्तर प्रदेश सरकार विशेष रूप से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के चेहरे पर एक बड़ा तमाचा करार दिया। उन्होंने मांग की है कि मुख्यमंत्री योगी बलात्कार के आरोपी विधायक को दो साल से ज्यादा समय से बचाने और उसको गले लगाने के बजाय एक नाबालिग लड़की की सुरक्षा सुनिश्चित करने में विफल रहने के लिए अपने पद से तुरंत इस्तीफा दें।

"दिल्ली महिला आयोग" की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने कहा, मैं पिछले 4 दिनों से लखनऊ में उन्नाव पीड़िता के लिए रुकी हुई थी। मैंने कई बार, पीड़िता को दिल्ली ले जाने, 2 महीने के भीतर उत्तर प्रदेश के बाहर फास्ट ट्रैक ट्रायल सुनिश्चित करने, उचित मुआवजा देने और बीजेपी के साथ-साथ विधायक सेंगर को हटाने का मुद्दा उठाया है।  हालाँकि यह सारी मांगें अनसुनी कर दी गयीं। योगी आदित्यनाथ ने पीड़ित से मिलने की भी जहमत नहीं उठाई। मैं वास्तव में ऐतिहासिक फैसले के लिए मुख्य न्यायाधीश को धन्यवाद देती हूं और मेरा यह मानना है। कि योगी आदित्यनाथ को न्याय में वाधा पहुंचाने और और अपने गुर्गों की रक्षा के लिए मुख्यमंत्री के पद से इस्तीफा दे देना चाहिए।

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