26, जुलाई 2018
नई दिल्ली:
दिल्ली के उपराज्यपाल अनिल बैजल, ने दिल्ली पुलिस के साथ सामान्य कानून व्यवस्था की स्थिति की समीक्षा बैठक की। इस बैठक में मुख्य सचिव, दिल्ली, पुलिस आयुक्त, दिल्ली, विशेष पुलिस आयुक्त एवं संयुक्त पुलिस आयुक्त उपस्थित थे।
दिल्ली पुलिस ने नागरिक अनूकुल कियोस्क की स्थापना के बारे में एक विस्तृत प्रजेटेशन प्रस्तुत किया जोकि विभिन्न सेवाएं प्रदान करेगा। यह प्रस्ताव वर्तमान में शुरुआती चरण में है। उपराज्यपाल को क्यिोस्क की विभिन्न विशेषताओं के बारे में बताया गया।
प्रस्तावित तकनीकी सक्षम कियोस्क की कुछ प्रमुख विशेषताएं जैसा कि नागरिक सेवाएं, शिकायत पंजीकरण, बायोमिट्रिक/आधार कार्ड/मोबाइल फोन आदि, ग्राफिक यूजर इंटरफेश, प्राकृतिक भाषा परसंस्करण, शिकायत की पावती और प्रति इत्यादि हैं।
उपराज्यपाल महोदय को यह भी बताया गया कि कियोस्क विभिन्न नागरिक सेवाएं प्रदान करने में मदद करेगा जैसे। वरिष्ठ नागरिक पंजीकरण, हिम्मत प्लस पंजीकरण, किराएदार सत्यापन, पुलिस क्लिरेंस सर्टिफिकेट, चरित्र सत्यापन रिपोर्ट, लाइसेंस के लिए आवेदन, ई-एफ.आई.आर., खोई एवं पाई हुई वस्तु की रिपोर्टिंग, गुमशुदा बच्चे, अज्ञात बच्चे, गुमशुदा व्यक्ति, चुराए गए वाहन, गिरफ्तार किए गए व्यक्तियों की जानकारी और आरटीआई।
दिल्ली पुलिस ने उपराज्यपाल महोदय को यह भी बताया कि यह कियोस्क पीड़ितों की तुरंत मदद करेगा, इससे पारदर्शिता बढ़ेगी, अपराध को कम होगें, व्यवहार संबंधी समस्या का समाधान, डिजिटल साक्ष्य मौजूद होंगे, भाषा बाध्यकारी नहीं होगी
उपराज्यपाल महोदय ने दिल्ली पुलिस को यह सुझाव दिया कि ऐसे माडल की संभावना तलाश करें जिससे कि प्रस्तावित कियोस्क अधिकतम तकनीकी सक्षम हो ताकि विभिन्न नागरिक सेवाएं इलैक्ट्रोनिक तरीके से प्रदान हो सके जिनमें मानवीय हस्तक्षेप न हो।
अंततः उपराज्यपाल अनिल बैजल,ने दिल्ली पुलिस को यह भी सुझाव दिया कि इन कियोस्कों की कार्य योजना इस तरह बनाई जाए ताकि यह नागरिक अनुकूल हों और आम आदमी के उपयोग में सहज हों।
सीनियर फोटोग्राफर एवं रिपोर्टर
नरेन्द्र कुमार
नई दिल्ली:
दिल्ली के उपराज्यपाल अनिल बैजल, ने दिल्ली पुलिस के साथ सामान्य कानून व्यवस्था की स्थिति की समीक्षा बैठक की। इस बैठक में मुख्य सचिव, दिल्ली, पुलिस आयुक्त, दिल्ली, विशेष पुलिस आयुक्त एवं संयुक्त पुलिस आयुक्त उपस्थित थे।
दिल्ली पुलिस ने नागरिक अनूकुल कियोस्क की स्थापना के बारे में एक विस्तृत प्रजेटेशन प्रस्तुत किया जोकि विभिन्न सेवाएं प्रदान करेगा। यह प्रस्ताव वर्तमान में शुरुआती चरण में है। उपराज्यपाल को क्यिोस्क की विभिन्न विशेषताओं के बारे में बताया गया।
प्रस्तावित तकनीकी सक्षम कियोस्क की कुछ प्रमुख विशेषताएं जैसा कि नागरिक सेवाएं, शिकायत पंजीकरण, बायोमिट्रिक/आधार कार्ड/मोबाइल फोन आदि, ग्राफिक यूजर इंटरफेश, प्राकृतिक भाषा परसंस्करण, शिकायत की पावती और प्रति इत्यादि हैं।
उपराज्यपाल महोदय को यह भी बताया गया कि कियोस्क विभिन्न नागरिक सेवाएं प्रदान करने में मदद करेगा जैसे। वरिष्ठ नागरिक पंजीकरण, हिम्मत प्लस पंजीकरण, किराएदार सत्यापन, पुलिस क्लिरेंस सर्टिफिकेट, चरित्र सत्यापन रिपोर्ट, लाइसेंस के लिए आवेदन, ई-एफ.आई.आर., खोई एवं पाई हुई वस्तु की रिपोर्टिंग, गुमशुदा बच्चे, अज्ञात बच्चे, गुमशुदा व्यक्ति, चुराए गए वाहन, गिरफ्तार किए गए व्यक्तियों की जानकारी और आरटीआई।
दिल्ली पुलिस ने उपराज्यपाल महोदय को यह भी बताया कि यह कियोस्क पीड़ितों की तुरंत मदद करेगा, इससे पारदर्शिता बढ़ेगी, अपराध को कम होगें, व्यवहार संबंधी समस्या का समाधान, डिजिटल साक्ष्य मौजूद होंगे, भाषा बाध्यकारी नहीं होगी
उपराज्यपाल महोदय ने दिल्ली पुलिस को यह सुझाव दिया कि ऐसे माडल की संभावना तलाश करें जिससे कि प्रस्तावित कियोस्क अधिकतम तकनीकी सक्षम हो ताकि विभिन्न नागरिक सेवाएं इलैक्ट्रोनिक तरीके से प्रदान हो सके जिनमें मानवीय हस्तक्षेप न हो।
अंततः उपराज्यपाल अनिल बैजल,ने दिल्ली पुलिस को यह भी सुझाव दिया कि इन कियोस्कों की कार्य योजना इस तरह बनाई जाए ताकि यह नागरिक अनुकूल हों और आम आदमी के उपयोग में सहज हों।
सीनियर फोटोग्राफर एवं रिपोर्टर
नरेन्द्र कुमार
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