24 जनवरी 2019
सीनियर फोटोग्राफर
नई दिल्ली: 24 जनवरी 2019 को आज नोएडा में (JIM)"जयपुरिया इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट" ने अपने आठवें वार्षिक मैनेजमेंट कांफ्रेंस का आयोजन किया। कार्यक्रम का विषय था, ‘पैराडिग्म शिफ्ट इन रीटेल इंडस्ट्री’ (खुदरा उद्योग में उल्लेखनीय बदलाव) छात्रों और फैकल्टी द्वारा आयोजित यह एक प्रीमियर कांफ्रेंस थी जिसका उद्देश्य भिन्न उद्योग के विशिष्ट लोगों के बीच जुड़ाव और चर्चा को बढ़ावा देना है।
इस कार्यक्रम की शुरुआत अतिथियों के स्वागत से हुई। कॉनक्लेव के निदेशक प्रोफेसर B.D. नथानी ने अतिथियों का स्वागत किया। स्वागत भाषण डॉ. D.N.पांडे, निदेशक जयपुरिया इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट नोएडा के द्वारा किया गया। जबकि चेयरमैन शरद जयपुरिया ने अपने भाषण में कहा। इसमें उन्होंने खुदरा उद्योग पर अपने विचार साझा किए और बताया कि गुजरे दशक के दौरान असंगठित खुदरा उद्योग का भारत में कैसे बदलाव हुआ है।
भारत में खुदरा उद्योग सबसे गतिशील और तेज गति वाले उद्योग के रूप में सामने आया है। और लगता है। इस सफलता की कुंजी उपयुक्त रीटेल फॉर्मैट का चुनाव है। प्रो. B.D.नथानी ने चर्चा के दौरान महात्मा गांधी का उल्लेख भी किया और कहा कि खुदरा बिक्री का मतलब ग्राहक संतुष्टि है। और ग्राहक ही राजा होता है।
फ्यूचर रीटेल के CEO सदाशिव नायक, ने अपने मुख्य भाषण में उन्होने कहा कि कैसे कारोबारी संस्थानों को हमेशा सतर्क रहना होता है। और बाजार में जो कुछ भी हो रहा है। उसपर नजर रखना बहुत जरूरी होता है। तथा समय के साथ चलने के लिए समय पर आवश्यक कार्रवाई करनी होती है। खुदरा कंपनियों को नए फॉर्मैट की तलाश में रहना होता है ताकि वे अलग और खास हो सकें।
डॉ.D.N.पांडे ने बताया कि खुदरा बिक्री कैसे तेजी से बढ़ रही है। तथा अब लोग ऑनलाइन उत्पाद खरीदने में नहीं हिचक रहे हैं। और आधुनिक रीटेलिंग एक ऐसे जमाने में है। जब नया ग्राहक वर्ग सामने आया है। इस अवसर के मौके पर आयोजित पैनल डिसकसन छात्रों और अतिथियों के लिए लाभप्रद रहा।
संचालक की भूमिका निभाने वाले मिलाग्रोव बिजनेस एंड नॉलेज सोल्यूशंस के CEO और संस्थापक राजीव करवल ने कहा कि खुदरा बिक्री का काम मानवीय हृदय और दिमाग के साथ किया जाना है। और यह तब तक करना होगा जब तक मनुष्यों में ईश्वर का दिया “समानुभूति” है। जिसे मशीनों में कृत्रिम रूप से नहीं डाला जा सकता है।
सीनियर फोटोग्राफर
नई दिल्ली: 24 जनवरी 2019 को आज नोएडा में (JIM)"जयपुरिया इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट" ने अपने आठवें वार्षिक मैनेजमेंट कांफ्रेंस का आयोजन किया। कार्यक्रम का विषय था, ‘पैराडिग्म शिफ्ट इन रीटेल इंडस्ट्री’ (खुदरा उद्योग में उल्लेखनीय बदलाव) छात्रों और फैकल्टी द्वारा आयोजित यह एक प्रीमियर कांफ्रेंस थी जिसका उद्देश्य भिन्न उद्योग के विशिष्ट लोगों के बीच जुड़ाव और चर्चा को बढ़ावा देना है।
इस कार्यक्रम की शुरुआत अतिथियों के स्वागत से हुई। कॉनक्लेव के निदेशक प्रोफेसर B.D. नथानी ने अतिथियों का स्वागत किया। स्वागत भाषण डॉ. D.N.पांडे, निदेशक जयपुरिया इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट नोएडा के द्वारा किया गया। जबकि चेयरमैन शरद जयपुरिया ने अपने भाषण में कहा। इसमें उन्होंने खुदरा उद्योग पर अपने विचार साझा किए और बताया कि गुजरे दशक के दौरान असंगठित खुदरा उद्योग का भारत में कैसे बदलाव हुआ है।
भारत में खुदरा उद्योग सबसे गतिशील और तेज गति वाले उद्योग के रूप में सामने आया है। और लगता है। इस सफलता की कुंजी उपयुक्त रीटेल फॉर्मैट का चुनाव है। प्रो. B.D.नथानी ने चर्चा के दौरान महात्मा गांधी का उल्लेख भी किया और कहा कि खुदरा बिक्री का मतलब ग्राहक संतुष्टि है। और ग्राहक ही राजा होता है।
फ्यूचर रीटेल के CEO सदाशिव नायक, ने अपने मुख्य भाषण में उन्होने कहा कि कैसे कारोबारी संस्थानों को हमेशा सतर्क रहना होता है। और बाजार में जो कुछ भी हो रहा है। उसपर नजर रखना बहुत जरूरी होता है। तथा समय के साथ चलने के लिए समय पर आवश्यक कार्रवाई करनी होती है। खुदरा कंपनियों को नए फॉर्मैट की तलाश में रहना होता है ताकि वे अलग और खास हो सकें।
डॉ.D.N.पांडे ने बताया कि खुदरा बिक्री कैसे तेजी से बढ़ रही है। तथा अब लोग ऑनलाइन उत्पाद खरीदने में नहीं हिचक रहे हैं। और आधुनिक रीटेलिंग एक ऐसे जमाने में है। जब नया ग्राहक वर्ग सामने आया है। इस अवसर के मौके पर आयोजित पैनल डिसकसन छात्रों और अतिथियों के लिए लाभप्रद रहा।
संचालक की भूमिका निभाने वाले मिलाग्रोव बिजनेस एंड नॉलेज सोल्यूशंस के CEO और संस्थापक राजीव करवल ने कहा कि खुदरा बिक्री का काम मानवीय हृदय और दिमाग के साथ किया जाना है। और यह तब तक करना होगा जब तक मनुष्यों में ईश्वर का दिया “समानुभूति” है। जिसे मशीनों में कृत्रिम रूप से नहीं डाला जा सकता है।
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