7,अगस्त 2018
नई दिल्ली:
"दिल्ली महिला आयोग" ने एक 22 वर्षीय पीड़ित,युवती को उसके ससुराल से रेस्क्यू करवाया है। आयोग ने यह रेस्क्यू राजस्थान पुलिस की मदद से किया गया। "दिल्ली महिला आयोग" को युवती की एक दोस्त ने संपर्क किया और मदद की गुहार लगायी।आयोग ने उस लड़की से फ़ोन पर बात की युवती ने बताया कि उसका मायका दिल्ली में है।और उसकी शादी राजस्थान के झुंझुनू जिले में एक गाँव में हुई है।उसने कहा कि ससुराल में उसका बहुत शोषण होता है।और उसको जान का खतरा है। उसने कहा कि वह अपने ससुराल में नहीं रहना चाहती।
"दिल्ली महिला आयोग" ने तुरंत राजस्थान पुलिस से संपर्क किया और मामले से अबगत कराया आयोग ने लड़की को बचाने में राजस्थान पुलिस की मदद मांगी राजस्थान पुलिस ने एक टीम बनायी और लड़की के ससुराल से उसे रेस्क्यू करवाया। राजस्थान पुलिस की एक टीम पीड़ित,युवती को दिल्ली महिला आयोग लेकर आई।
आयोग में आकर पीड़ित, लड़की ने बताया कि उसके पिता ने उसकी शादी उसकी इच्छा के विरुद्द 12 साल की उम्र में ही कर दी थी। लड़की ने बताया कि उसका पति और उसके ससुराल वाले उसका मानसिक और शारीरिक शोषण करते थे। उसने बताया कि उसके पति ने उसका शारीरिक, मानसिक और यौन शोषण किया, यहाँ तक कि उसकी पिटाई बेल्ट से करता था। उसके ससुराल वाले भी उसके साथ मारपीट करते थे। युवती ने बताया कि उसके मायके वालों ने भी उसकी बात नहीं सुनी और उसको कई बार जबर्दस्ती उसके ससुराल भेजा।
लड़की ने कहा कि वह अपने मायके वालों, ससुराल वालों और पति के खिलाफ कार्यवाही चाहती है। इस मामले में राजस्थान के झुंझुनू जिले के खेतड़ी थाने में एक शिकायत दर्ज की गयी है। राजस्थान पुलिस FIR दर्ज कर रही है। युवती को अभी दिल्ली में एक शेल्टर होम भेज दिया गया है। दिल्ली महिला आयोग लड़की को दिल्ली पुलिस से सुरक्षा दिलवाएगा और उसके पुनर्वास के लिए काम करेगा।
दिल्ली महिला आयोग, की अध्यक्षा स्वाति मालीवाल ने कहा, “आज 21वीं सदी के भारत में भी, खासकर राजस्थान में लड़कियों का बाल विवाह एक बड़ी समस्या है। हमारे सामने दिल्ली में भी बाल विवाह के कई मामले सामने आते हैं। देश में बाल विवाह पर पूर्ण प्रतिवंध लगाने के लिए सम्बंधित कानूनों का कड़ाई से पालन करवाने और समाज में जागरूकता लाने की बहुत आवश्यकता है। मैं लोगों से अपील करना चाहती हूँ कि देश के अच्छे भविष्य के लिए "बाल विवाह" जैसी सामाजिक बुराई से बचें और अगर आपके आसपास कोई बाल विवाह, की घटना होती है। तो तुरंत दिल्ली महिला आयोग से 181 पर संपर्क करें।”
क्योंकि दिल्ली महिला आयोग,सदैव पीड़ितों के साथ खड़ी है।
सीनियर फोटोग्राफर एवं रिपोर्टर
नरेन्द्र कुमार
नई दिल्ली:
"दिल्ली महिला आयोग" ने एक 22 वर्षीय पीड़ित,युवती को उसके ससुराल से रेस्क्यू करवाया है। आयोग ने यह रेस्क्यू राजस्थान पुलिस की मदद से किया गया। "दिल्ली महिला आयोग" को युवती की एक दोस्त ने संपर्क किया और मदद की गुहार लगायी।आयोग ने उस लड़की से फ़ोन पर बात की युवती ने बताया कि उसका मायका दिल्ली में है।और उसकी शादी राजस्थान के झुंझुनू जिले में एक गाँव में हुई है।उसने कहा कि ससुराल में उसका बहुत शोषण होता है।और उसको जान का खतरा है। उसने कहा कि वह अपने ससुराल में नहीं रहना चाहती।
"दिल्ली महिला आयोग" ने तुरंत राजस्थान पुलिस से संपर्क किया और मामले से अबगत कराया आयोग ने लड़की को बचाने में राजस्थान पुलिस की मदद मांगी राजस्थान पुलिस ने एक टीम बनायी और लड़की के ससुराल से उसे रेस्क्यू करवाया। राजस्थान पुलिस की एक टीम पीड़ित,युवती को दिल्ली महिला आयोग लेकर आई।
आयोग में आकर पीड़ित, लड़की ने बताया कि उसके पिता ने उसकी शादी उसकी इच्छा के विरुद्द 12 साल की उम्र में ही कर दी थी। लड़की ने बताया कि उसका पति और उसके ससुराल वाले उसका मानसिक और शारीरिक शोषण करते थे। उसने बताया कि उसके पति ने उसका शारीरिक, मानसिक और यौन शोषण किया, यहाँ तक कि उसकी पिटाई बेल्ट से करता था। उसके ससुराल वाले भी उसके साथ मारपीट करते थे। युवती ने बताया कि उसके मायके वालों ने भी उसकी बात नहीं सुनी और उसको कई बार जबर्दस्ती उसके ससुराल भेजा।
लड़की ने कहा कि वह अपने मायके वालों, ससुराल वालों और पति के खिलाफ कार्यवाही चाहती है। इस मामले में राजस्थान के झुंझुनू जिले के खेतड़ी थाने में एक शिकायत दर्ज की गयी है। राजस्थान पुलिस FIR दर्ज कर रही है। युवती को अभी दिल्ली में एक शेल्टर होम भेज दिया गया है। दिल्ली महिला आयोग लड़की को दिल्ली पुलिस से सुरक्षा दिलवाएगा और उसके पुनर्वास के लिए काम करेगा।
दिल्ली महिला आयोग, की अध्यक्षा स्वाति मालीवाल ने कहा, “आज 21वीं सदी के भारत में भी, खासकर राजस्थान में लड़कियों का बाल विवाह एक बड़ी समस्या है। हमारे सामने दिल्ली में भी बाल विवाह के कई मामले सामने आते हैं। देश में बाल विवाह पर पूर्ण प्रतिवंध लगाने के लिए सम्बंधित कानूनों का कड़ाई से पालन करवाने और समाज में जागरूकता लाने की बहुत आवश्यकता है। मैं लोगों से अपील करना चाहती हूँ कि देश के अच्छे भविष्य के लिए "बाल विवाह" जैसी सामाजिक बुराई से बचें और अगर आपके आसपास कोई बाल विवाह, की घटना होती है। तो तुरंत दिल्ली महिला आयोग से 181 पर संपर्क करें।”
क्योंकि दिल्ली महिला आयोग,सदैव पीड़ितों के साथ खड़ी है।
सीनियर फोटोग्राफर एवं रिपोर्टर
नरेन्द्र कुमार
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